इस अभियान के जरिए हजारों लोग हर वर्ष कपड़े दान करते हैं। प्रशासन इसे गरीबों में बांटते हैं ताकि वे ठंड से बच सकें। इसमें स्थानीय लोग अपने पुराने लेकिन साफ-सुथरे कपड़े लाकर दान करते हैं। पांडा बीन्स में कपड़े गंदे भी नहीं होते हैं।
– 800 पांडा बीन्स रखी गई हैं शंघाई के हुएहाई पार्क में
– 120 से 150 किग्रा कपड़े हर माह होते हैं इकट्ठा
– 4000 पांडा बीन्स इस साल के अंत तक शहर में रखवाने की कोशिश