गजब! इस गांव में आते ही सालों के लिए गहरी नींद सो जाते हैं लोग
Published: Aug 29, 2016 12:12:00 pm
कई शोध किए गए लेकिन किसी न किसी तर्क के सामने यह शोध असफल रह गए
नई दिल्ली। क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि किसी जगह पहुंचते ही लोग अचानक सो जाते हों। ऐसी एक जगह है। कजाकिस्तान में एक ऐसा गांव है जहां कदम रखते ही अचानक नींद आने लगती है। ये नींद कुछ दिनों की, कुछ महीनों की या फिर कुछ साल लंबी भी हो सकती है। इस गांव में पिछले छह साल से ये रहस्यमय घटना हो रही हैं।
पहली बार यह सिलसिला 2010 में शुरू हुआ, जब इस गांव के लोग अचानक ही गहरी नींद में सोने लगे। लोगों को कहीं भी, कभी भी नींद आने लगी। वहां आज भी यह रहस्यमय नींद कायम है। ये नींद कुछ दिनों से लेकर कुछ महीनों तक चलती है। ये रहस्य इतना उलझा कि खुद कजाकिस्तान की सरकार ने लोगों से गांव छोडऩे की अपील की है।
यहां नींद क्यों आती है, इसकी वजह तलाशने की कई काशिशें की जा चुकी हैं, लेकिन वजह नहीं मिल सकती है। इस गांव की आबादी 810 है, जिसमें से 200 से ज्यादा लोग इस रहस्यमय नींद का शिकार हैं और हर दिन ये गिनती बढ़ती जा रही हैद्व लेकिन सबसे ज्यादा असर इस गांव के बच्चों पर है।
कुछ वक्त पहले कई वैज्ञानिकों ने इस रहस्य को सुलझाने का दावा किया और इस रहस्यमय नींद की वजह माना गया इस गांव की बनावट और मौसम को। ऐसा कहा गया कि यहां से निकलने वाला धुआं ऊपर जाने के बजाए नीचे ही रह जाता है और ये नींद उसी धुएं का असर है, लेकिन सवाल ये था कि अगर सच में ऐसा है तो इस रहस्मय नींद का शिकार सिर्फ इंसान हीं क्यों हुए, जानवर क्यों नहीं।
पिछले साल वैज्ञानिकों ने यहां फिर से शोध किया तो पाया कि यहां कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस की मात्रा सामान्य से 10 गुना ज्यादा है और शायद यही गैस गांव की कुंभकर्णी नींद की वजह भी है। कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस यूरोनियम खदानों से निकलती है। जो यहां से काफी करीब हैं, लेकिन ये थ्योरी भी इस तर्क पर आकर फंस गई कि इस गैस का असर सिर्फ इंसानों पर ही क्यों हुआ। छह साल बाद भी कचाली गांव का रहस्य, सच के कई कदमों के फासले पर है।