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Health Care: जाने कब होता है तनाव और सुदर्शन क्रिया से कैसे दूर होगी नकारात्मकता

locationदुर्गPublished: Oct 16, 2016 12:18:00 pm

सुदर्शन क्रिया की सीनियर ट्रेनर रचना चतुर्वेदी ने बताया कि कुछ श्वसन
क्रियाएं जैसे प्राणायाम, ध्यान और सुदर्शन क्रिया आपको ऊर्जा प्रदान करते
हैं और आपको अधिक उत्पादक बनाती हैं।

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When is going to be how far away from the stress and negativity Sudarshan Kriya

भिलाई.आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्रीश्री कहते हैं, ‘तनाव तब होता है जब आपको बहुत कुछ करना होता है और समय कम होता है व उस काम के लिए ऊर्जा भी कम होती है। अपनी ऊर्जा का स्तर बढ़ाने के लिए आप क्या कर सकते हैं। सुदर्शन क्रिया की सीनियर ट्रेनर रचना चतुर्वेदी ने बताया कि कुछ श्वसन क्रियाएं जैसे प्राणायाम, ध्यान और सुदर्शन क्रिया आपको ऊर्जा प्रदान करते हैं और आपको अधिक उत्पादक बनाती हैं। सुदर्शन क्रिया ने लाखों-करोड़ों विभिन्न लोगों को एक परिवार के रूप में समीप लाया है।

1981 में प्रतिपादित किया सुदर्शन क्रिया
कई धर्मों, वर्ग, समुदाय, जीवनशैली से जुड़े लोग शामिल हैं। सुदर्शन क्रिया एक शक्तिशाली लयबद्ध श्वांस लेने की तकनीक है, जिसे श्रीश्री ने 1981 में प्रतिपादित किया गया है। इस अद्वितीय क्रिया से तनावमुक्ति, थकान के साथ नकारात्मक भावनाएं जैसे गुस्सा, कुंठा, अवसाद से मुक्त हुआ जा सकता है और ऊर्जा से भरपूर, शांत, केन्द्रीत तथा आराम में रह सकते हैं।

क्या कहते हैं सेलिब्रिटी
प्रसिद्ध संगीतकार जोड़ी एहसान नूरानी के एहसान कहते हैं,’मैंने सुदर्शन क्रिया कोर्स किया और मेरा अनुभव जादुई था। इस अनुभव ने मेरे जीवन को पूरी तरह बदलकर रख दिया। क्रिया से आप धनात्मक हो जाते हैं। तनाव से मुक्त हो जाते हैं। जब आप कम तनाव में होते हैं, तब आपके लिए सब-कुछ सुंदर हो जाता है। कोई नहीं जान पाया कि लयबद्ध तरीके से सांस लेना भी इतना महत्वपूर्ण हो सकता है। सांस लेने के ज्ञान ने ही मुझमें बहुत अंतर ला दिया है, जो मेरे संगीत के लिए भी प्रभावशाली है।

तनाव की विषाक्तता हटाती है
अक्सर ऋणात्मक भावनाएं जैसे गुस्सा, कुंठा हमारी प्रणाली में किसी ऋणात्मकता और तनाव के रूप में संचित रहते हैं। यह सभी ऋणात्मकता न केवल हमें तनाव की और धकेलती है, बल्कि जीवनशैली के रोगों से भी हमें जोड़ देती है। लोगों को शायद ही कभी सिखाया जाता है कि कैसे हम अपने मन और भावनाओं को संतुलित करें। पहली बार सुदर्शन क्रिया के सामान एक शक्तिशाली साध्य हमारे समक्ष है, जो हमारे अंदर के तनाव की विषाक्तता को हटाती है और शरीर के प्रत्येक सेल पर कार्य करते हुए व्यक्तिको ऊर्जावान, और धनात्मक बनाती है। एक बार हम तनाव से दूर हुए तो खुशी हमारे कदम चूमती है और हमारे व्यक्तित्व में संतोष, प्रेम और दूसरों के जीवन में कुछ बदलाव लाने की क्षमता विकसित हो जाती है और यही हमारे अंदर के बदलाव हमें एक सम्पन्न और खुश समाज की ओर जाने के लिए प्रेरित करता है।

इसलिए सीखें सुदर्शन क्रिया
सुदर्शन क्रिया पर विश्वभर में कई स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा विस्तृत अनुसंधान किया गया है। इनमें रूस्, हृढ्ढरू॥्रहृस् के शोध परिणाम कहते हैं कि इससे न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वरूप पर भी बहुत प्रभाव पड़ता है, विशेषकर –
0 हृदय की गति को संतुलित करना तथा रक्तचाप को नियंत्रित रखना।
0 एेसे व्यक्ति जिनका साइकोलॉजिकल ट्रीटमेंट चल रहा है। वहां इस क्रिया से चिंता में उल्लेखनीय कमी 71 से 73 फीसदी, रिमिशन दर 41 फीसदी रही है।
0 अवसाद के रोगी की एक माह में रिमिशन दर 68 से 73 फीसदी रही है।
0 बारह सप्ताह में इम्यून सेल में बढ़ोत्तरी पाई गई है।
0 इस क्रिया से फेफड़ों की क्षमता में 15 फीसदी का इजाफा हुआ है।
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