दुर्ग/भिलाई. नवरात्रि के पावन अवसर पर जब सारा शहर शक्ति की भक्ति में रमा हुआ है, ऐसे में शहर की बेटियों ने भी नवरात्रि को साकार कर दिया। भिलाई की चार बेटियां सिविल जज बनकर अब न्याय की कुर्सी पर बैठ उन लड़कियों के लिए आदर्श बनेंगी जो कुछ कर दिखाना चाहती हैं। शहर की अनिता कोशिमा, दीप्ति लकरा, भावना नायक और अंजली सिंह ऐसी प्रतिभाएं हैं, जिनका चयन सिविल जज के रूप में हुआ है। पीएससी की परीक्षा पास कर इन बेटियों ने अपनी मंजिल पा ली। इनमें से एक अनिता कोशिमा शिक्षाकर्मी वर्ग -3 के रूप में ग्राम सांकरा में कार्यरत हैं। …फिर भी नहीं मानी हार सेक्टर 6 निवासी अनिता कोशिमा बताती हैं कि सिविल जज की परीक्षा पास करने उसने पहले भी दो बार प्रयास किया था, लेकिन मैंस तक आकर वह अटक जाती थी। इस बार उन्होंने अपनी कमजोरी को पहचाना और टाइम मैनेजमेंट को सीख इंटरव्यू भी क्लीयर कर लिया। सोमवार को जब रिजल्ट आया तो उनकी मेहनत साकार हो गई। अनिता बताती हैं कि गल्र्स कॉलेज सेक्टर- 9 से बीएससी करने के बाद उसने कल्याण कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की। इस बीच उसकी नौकरी संविदा पंचायत शिक्षक के रूप में लग गई, लेकिन कुछ कर दिखाने के जज्बे ने उन्हें सिविल जज की तैयारी करने मजबूर किया। वह तैयारी में जुट गई, लेकिन लगातार दो बार असफल होने के बाद उन्होंने हार नहीं मानी। अपने लक्ष्य को ध्यान में रख तीसरी बार परीक्षा की तैयारी कर सफलता हासिल की। अब मेरी पहचान बेटी अनिता से अनिता के पिता सुखनंदन देना बैंक मरोदा में कार्यरत हैं। वे बताते हैं कि अब तक लोग अनिता को उनकी बेटी के रूप में पहचानते थे, लेकिन अब वे अनिता के पिता के रूप में पहचाने जाएंगे। मां मनभा कहती हैं कि नवरात्रि के इस मौके पर बेटी को मिली सफलता उनके लिए सबसे बड़ी सौगात है। उन्होंने हमेशा बेटी को आगे बढ़ाने की कोशिश की। वे कहती हैं कि बेटी को भी अगर समान मौका और सहयोग मिले तो वे बेटों से आगे बढ़ सकती हैं।