उन्होंने कहा कि चीन की सुस्ती का भारतीय शेयर बाजारों और मुद्रा बाजार पर असर दिखा है, लेकिन इससे अधिक प्रभाव इसका नहीं पड़ा है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले चीन की आर्थिक सुस्ती से आज वैश्विक अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि चीन के बाद आज दुनिया को अतिरिक्त सहारा चाहिए, जो भारत दे सकता है।
मंत्री ने कोलंबिया विश्वविद्यालय में भारतीय आर्थिक नीतियों पर दीपक एंड नीरा राज सेंटर के उद्घाटन के दौरान ये बातें कहीं।