संतोषजनक नहीं है भारत की आर्थिक वृदि्ध दर : अरूण जेटली
Published: Jul 02, 2015 11:58:00 am
गरीबी दूर करने के लिए सालाना 8 से 10 फीसदी की उच्च आर्थिक वृदि्ध दर हासिल करने की जरूरत है
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली का कहना है कि भारत में गरीबी दूर करने के लिए सालाना 8 से 10 फीसदी की उच्च आर्थिक वृदि्ध दर हासिल करने की जरूरत है। जेटली ने कहा कि देश की म ौजूदा आर्थिक वृदि्ध दर संतोषजनक नहीं है। डिजिटल इंडिया सप्ताह की शुरूआत पर जेटली ने कहा कि भारत अब 6 से 8 प्रतिशत की वृदि्ध दर से संतुष्ट नहीं है।
वित्तीय समावेशी कार्यक्रम का उदाहरण देते हुए जेटली ने कहा कि डिजिटल इंडिया पहल में व्यापक क्षमता है। जेटली ने कहा, “पांच माह से भी कम समय में हम 16 करोड़ जनधन खाते खोलने में सफल रहे हैं। वहीं डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के तहत 13 करोड़ लोगों को फायदा पहुंचाया गया है। इसके अलावा पांच सप्ताह से भी कम समय में 11 करोड़ इंश्यॉरेंस पॉलिसियां शुरू की जा चुकी हैं।”
जेटली ने कहा, “डिजिटल के जरिए दुनिया में आ रहे बदलावों को देखिऎ। दुनिया के सबसे बड़े रिटेलरों का आज अपना कोई रिटेल स्टोर नहीं है। इसी तरह दुनिया की सबसे बड़ी परिवहन कंपनियों का अपना कोई वाहन नहीं है। यह प्रौद्योगिकी की ताकत है।”
जेटली ने कहा कि आने वाले कुछ सालों में ज्यादा से ज्यादा बैंकिंग इंटरनेट के जरिए होगी, ज्यादातर काम भुगतान गेटवे के जरिए हो रहा है, बैंक शाखाओं के जरिए नहीं। जेटली ने कहा कि इस पहल से भारत प्रौद्योगिकी के अधिकतम इस्तेमाल के जरिए सशक्त होगा।