ऑनलाइन मिलेंगे डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों के उत्पाद
Published: Oct 25, 2016 08:57:00 pm
तेजी से बढ़ रहे ई-कॉमर्स से डायरेक्ट सेलिंग उद्योग का कारोबार प्रभावित
होने के मद्देनजर अब इस उद्योग की कंपनियों ने अपने उत्पादों को ऑनलाइन
बेचने की तैयारी करने के साथ ही वर्ष 2020 तक 90 लाख लोगों को कारोबारी
बनाने का लक्ष्य तय किया है।
नई दिल्ली. देश में तेजी से बढ़ रहे ई-कॉमर्स से डायरेक्ट सेलिंग उद्योग का कारोबार प्रभावित होने के मद्देनजर अब इस उद्योग की कंपनियों ने अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेचने की तैयारी करने के साथ ही वर्ष 2020 तक 90 लाख लोगों को कारोबारी बनाने का लक्ष्य तय किया है।
इंडियन डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन के महासचिव अमित चड्ढा ने इस संगठन के दो दशक पूरा करने के अवसर पर कहा कि ई-कॉमर्स का असर इस उद्योग पर हुआ है और इसके मद्देनजर अब उनका संगठन अपने सदस्यों के उत्पादों को भी ऑनलाइन उपलब्ध कराने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए ई-मार्केट प्लेस संचालित करने वाली कंपनियों से चर्चा चल रही है और शीघ्र ही इस संबंध में करार होने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों को उसके डायरेक्ट सेलर ऑनलाइन नहीं बेच सकते हैं, लेकिन ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि जो डायरेक्ट सेलर ऐसा कर रहे हैं, उनके बारे में जानकारियों जुटायी जा रही है। उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की भी तैयारी की जा रही है।
चड्ढा ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा इस उद्योग के लिए बनाए गए दिशानिर्देशों को राज्य सरकारों को भी लागू करना चाहिए और इस संबंध में उनके संगठन ने मुख्यमंत्रियों को पत्र भेजा है और उम्मीद है कि शीघ्र ही कुछ राज्य इसको लागू करने की स्थिति में होंगे।
उन्होंने कहा कि अभी उनका उद्योग करीब आठ हजार करोड़ रुपए का है जिसके वर्ष 2020 तक बढक़र 15 हजार करोड़ रुपए पर पहुंचने की उम्मीद है। इस उद्योग ने वर्ष 2020 तक देश में 90 लाख कारोबारी बनाने का भी लक्ष्य तय किया है।