बैनर : बालाजी मोशन पिक्चर्स लिमिटेड निर्माता : एकता कपूर, शोभा कपूर, समीर नायर, अमान गिल निर्देशक : रेमो डीसूजा जोनर : एक्शन संगीतकार : सचिन-जिगर स्टारकास्ट : टाइगर श्रॉफए जैकलीन फर्नांडीस, नाथन जोंस, केके मेनन, अमृता सिंह, श्रद्धा कपूर रोहित तिवारी/ मुंबई ब्यूरो। बी-टाउन में समेत लोगों के चहेते कोरियोग्राफर रेमो डीसूजा अब अपने ही स्टाइल वाली एक्शन से भरपूर सुपर हीरो फिल्म ‘अ फ्लाइंग जट’ लाए हैं। इससे पहले रेमो ने डांस पर बेस्ड एबीसीडी और एबीसीडी 2 जैसे सफल फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं। इसमें कोई दोराय नहीं कि वो जितने बेहतरीन कोरियोग्राफर हैं, उतने ही सुलझे व कुशल निर्देशक भी हैं। पिछली फिल्मों की तरह रेमो को इस एक्शन से लबरेज फिल्म से भी काफी उम्मीदें हैं। कहानी… फिल्म की कहानी एक बहुत बड़े बिजनेस इंडस्ट्री मल्होत्रा इंटरनेशनल की मीटिंग से शुरू होती है। केके मेनन पंजाब की एक करतार सिंह कॉलोनी पर कब्जा करना चाहता है, लेकिन वहां की करता-धरता मिस ढिल्लो (अमृ्रता सिंह) मेनन के हर तरह की कोशिशों पर पानी फेर देती है। वे अपने दो बेटों के साथ रहती है और वहां स्थित सदियों पुराने एक बरगद के वृक्ष की रक्षा करती हैं। इस वट वृक्ष पर पंजाबियों के वाहेगुरु की छाप होती है और उसकी दूर-दराज तक काफी मान्यता है। कॉलोनी में वे बहुत ही दबंग किस्म की महिला हैं और अपने अपने स्वर्गवासी पति की तरह अपने बेटे को बनाना चाहती है। वहीं अमन एक स्कूल में मार्शल आर्ट का टीचर होता है और थोड़ा डरपोक होने के अलावा वह ऊंचाई से भी भय खाता है। स्कूल की ही एक टीचर कीर्ति (जैकलीन फर्नांडीस) से एक तरफा प्यार भी करता है। ढिल्लो का दूसरा बेटा अपनी मां का खयाल रखता है और अमन का पूरा साथ देता है। दूसरी तरफ मेनन अपने सारे हथकंडे अपनाने के बाद बहुत ही ताकतवर राका (नाथन जोंस) को बुलाता है। अब राका रात के अंधेरे में उस वट वृक्ष को काटने जाता है, जहां अमन उसे रोकता है। लेकिन राका उस वृक्ष पर सटाकर अमन को जमकर पीटता है। फिर अचानक चारों तरफ एक बिजली कड़कती है और राका कोसों दूर एक पॉल्युशन वाली जगह पर जा गिरता है। अमन की अचानक से नींद खुलती है और वह खुद को सही-सलामत पाता है, लेकिन उसके अंदर सुपर पावर आ चुकी होती है। ऐेसी पावर आती है कि गिटार छूते ही वह बहुत बड़ा संगीतकार बन जाता है, तो सनी लियोन की सीडी के हाथ लगते ही, अमन उसी की तरह हरकतें करने लगता है। फिर मेनन के गुंडे आ जाते हैं और वहीं से वह अपने भाई रोहित के साथ भागता है। इतनी तेज की पीछे लगे गुंडे वाहनों की 200 किमी. की स्पीड से भी उसे पकड़ नहीं पाते हैं और उसे दो गोलियां भी लगती हैं, लेकिन उसे कोई असर नहीं होता। घर पहुंचते ही रोहित मां से अमन की शक्ति के बारे में बताता है, तो मां बेटे में आई सुपर पावर से खुश हो जाती है और उसका नाम फ्लाइंग जट रख देती है। इधर कचरे के ढेर में पड़े राका को भी होश आ जाता है और वह फिर से मेनन के पास पहुंचता है। इस पर मेनन उसके अंदर विकसित हुईं बुरी शक्तियों से खुश होता है और अच्छाई के प्रति लड़ रहे फ्लाइंग जट को मारने के लिए भेजता है। अब फ्लाइंग जट और राका के बीच धुआंधार लड़ाई होती है, जिसमें जट जीत जाता है और कीर्ति को उससे प्यार हो जाता है। फिर जगह-जगह लगे कचरे के ढेर और पॉल्युशन से राका पहले से और भी ज्यादा बलशाली हो जाता है। इसी के साथ फिल्म दिलचस्प मोड़ लेते हुए आगे बढ़ती है। Tiger-Shroff-and-Jacqueline-Fernandez-in-song.png”> अभिनय… टाइगर श्रॉफ ने अपने अभिनय पर ध्यान केंद्रित करते हुए वाकई में फिल्म में दमदार अदाकारी की है। कॅरियर के शुरुआत में ही वे खुद को सुपर हीरो में ढालने की पूरी कोशिश करते दिखाई दिए। इसके अलावा जैकलीन ने भी अपने किरदार में पूरी जान डालने की कोशिश करती नजर आई हैं, जिसमें वे काफी हद तक सफल ही रहीं। हॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बनाने में सफल रहे नाथन जोंस भी सुपर विलेन के रोल में काफी जंचे हैं। वहीं केके मेनन अपने पुराने लुक में दिखाई दिए और अंदाज में कुछ अलग ही रहे। साथ ही अमृता सिंह ने भी अपनी मौजूदगी को बखूबी दर्शाया है। इसके अलावा श्रद्धा कपूर ने कुछ देर की उपस्थित में ही बाजी मारती दिखाई दीं। निर्देशन… निर्देंशक रेमो डीसूजा का आज इंडस्ट्री में किसी पहचान की जरूरत नहीं है। उन्होंने जहां कोरियोग्राफी में अपना नाम कमाया है, वहीं बतौर निर्देशन उनका काम सराहनीय है। उन्होंने इस सुपर हीरो वाली फिल्म में काफी कुछ नया करने की पूरी कोशिश की है और एक्शन में भी कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखी। उन्होंने इसमें कॉमेडी के साथ एक्शन का जबरदस्त तड़का तो जरूर लगाया, लेकिन कहीं-कहीं थोड़ी भारी पड़ती है। अपने नायाब निर्देशन के बूते उन्होंने कुछ अलग जरूर पेश किया है, इसीलिए वे दर्शकों की वाहवाही लूटने में सफल रहे। फिल्म में बच्चों के टेस्ट को ध्यान में रखा गया है, जबकि बड़ों की उम्मीदों पर कुछ कम ही खरी साबित हुई। बहरहाल, ‘रूह काली है मेरी…’ और ‘सुपर हीरो वो है जो अच्छाई के लिए लड़े…’ जैसे कई डायलॉग्स काबिल-ए-तारीफ रहे। इसके अलावा फिल्म का गीत-संगीत (सचिन-जिगर) तो ऑडियंस के दिल को छूता हुआ महसूस हुआ, लेकिन गाने (मनशील गुजराल, रफ्तार, तनिष्का, आतिफ असलम, सुमेधा करमाहे, सचिन, जिगर, वायु, विशाल डडलानी, दिव्या कुमार, असीस कौर) की तुलना में कुछ एक मायनों में थोड़ी कमी सी फील हुई। क्यों देखें? रेमो डीसूजा स्टाइल में एक्शन से भरपूर एक सुपर हीरो वाली फिल्मों की बच्चा पार्टी बड़ों के साथ सिनेमाघरों की ओर रुख कर सकते हैं, जिसमें शायद आपको निराश भी न होना पड़े। वैसे भी टाइगर को बच्चे सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। बच्चों के लिए मनोरंजन भरपूर है…।