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जानिए अप्रैल फूल का इतिहास,कौन बना था सबसे पहले मूर्ख

Published: Apr 01, 2015 04:07:00 pm

अप्रैल फूल डे 1539 को सबसे पहले मनाया गया, जानिए क्यों और कब से मनाया जा रहा है.? 

मुंबई। हर साल अप्रैल महीने के पहले दिन को हम मूर्ख दिवस के रूप में मनाया जाता हैं, लेकिन आपने कभी यह सोचा है कि यह दिन क्यों और कब से मनाया जा रहा है.?

हम आपको बताते हैं कि यह दिन साल के बाकी दिनों से क्यो खास हैं। 1 अप्रैल यानी ‘फूल डे’ 1539 को सबसे पहले मनाया गया।

इस दिन मना था पहला ‘फूल डे’

1 अप्रैल को फ्लेमिश नामक एक कवि ने “एडुअर्ड डि डेने” ने एक अमीर इंसान के विषय में लिखा जिसने 1 अप्रैल को अपने नैकरों के साथ फूल डे मनाया था। एडुअर्ड ने अपने नौकरों को छूट बोल कर कार्यों पर भेज दिया गया था। हालांकि पहला अप्रैल फूल 1 अप्रैल 1698 को माना जाता है जिसमें लंदन के कई लोगों को शेर की धुलाई दिखाने के लिए टॉवर ऑफ लंदन में ले जाया गया था। वहीं से 1 अप्रैल को लोगो को मूर्ख बनाने का सिलसिला चला आ रहा हैं। लोग आज के दिन किसी व्यक्ति के बातों पर जल्द विश्वास नहीं करते।

डीजे रिचर्डसन ने एफएम पर बनाया मूर्ख

साल 1993 में एक एफएम चैनल ने अपने श्रोताओं को अप्रैल फूल बनाया था। एफएम पर कहा गया था कि “स्पेश शटल डिस्कवरी का रास्ता बदलकर एडवड्र्स एयर फोर्स मोंटगोमेरी फील्ड में लैंड किया जाएगा। जिसके बाद हजारों की संख्या में लोग लैंडिंग देखने पहुच गए।”


पीसा की मीनार गिरने की झूठी खबर

अपै्रल फूल के दिन समाचार पत्र, चैनलों में कई तरह के न्यूज चलते हैं जिसे लोग सच मानकर बेवाकूफ बन जाते हैं, लेकिन वह लोगो को मुर्ख बनाने का केवल के लिए केवल एक मजाक होता हैं। इसी तरह साल 1950 में विदेश के एक न्यूज चैनल ने यह खबर चलाया था कि आठ अजुबों में शामिल पीसा की झुकी हुई मीनार गिर गई हैं। जिससे कई लोग परेशान हो गए।
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