राष्ट्रीय पुरस्कार से पुरस्कृत कलाकारों ने कुछ इस तरह बयां की खुशी… राष्ट्रपति की किस पर अभिभूत हुए अमिताभ…
नई दिल्ली। यहां मंगलवार को आयोजित 63वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में महानायक अमिताभ बच्चन और कंगना रनौत को क्रमश: सर्वश्रेष्ठ अभिनेता व सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से नवाजा गया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने यहां विज्ञान भवन में एक समारोह में सभी विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहा, “भारतीय फिल्में भारत की विविधता में एकता को दर्शाती हैं।” पुरस्कार समारोह में गैर-फीचर फिल्म श्रेणी में 21 पुरस्कार दिए गए, जबकि फीचर फिल्म श्रेणी में 51 पुरस्कार दिए गए। इनके अलावा तीन पुरस्कार सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ लेखन के लिए दिए गए। राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाले कलाकारों ने क्या कहा, आइए, जानते हैं उनके अनुभव…
राष्ट्रपति के भाषण में अपना नाम सुनकर अभिभूत हुए अमिताभ…
बिग बी ने कहा कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के भाषण में अपना जिक्र सुनकर वह अभिभूत हो गए। काला सूट पहनकर आए बिग बी को ‘पीकू’ में बंगाली पिता की भूमिका निभाने के लिए यह सम्मान दिया गया है। मुखर्जी ने पुरस्कार समारोह में अमिताभ को ‘लिविंग लीजेंड’ कहा था। अमिताभ ने बुधवार सुबह टि़्वटर पर लिखा, “दिल्ली से राष्ट्रीय पुरस्कार लेकर अब तड़के 3.54 पर लौटा हूं। भारत के राष्ट्रपति ने अपने भाषण में मेरा नाम लिया। इससे बेहद सम्मानित और अभिभूत हूं।”
मेरे लिए केवल राष्ट्रीय पुरस्कार महत्वपूर्ण : विशाल भारद्वाज
फिल्म तलवार के लिए सर्वश्रेष्ठ पटकथा लेखक (रूपांतरित) का पुरस्कार पाने वाले फिल्मकार विशाल भारद्वाज ने कहा कहा, “मेरे लिए केवल राष्ट्रीय पुरस्कार ही महत्वपूर्ण है। इसे पाकर अद्भुत महसूस हो रहा है, क्योंकि आप इसी दिन के लिए इतनी मेहनत करते हैं।” बता दें कि भारद्वाज को इससे पहले 2015 में अपनी फिल्म ‘हैदरÓ के लिए भी सर्वश्रेष्ठ पटकथा का राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है।
सपने में भी नहीं सोचा था राष्ट्रीय पुरस्कार मिलेगा : नीरज घेवान
अपनी पहली ही फिल्म ‘मसान’ के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजे गए नीरज घेवान ने कहा कि उन्हें सपने में भी इस पुरस्कार की उम्मीद नहीं थी। घेवान ने राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर कहा, “पहली ही फिल्म के लिए कान्स में दो पुरस्कार मिलना और अब यह। मैंने सपने में भी इसकी उम्मीद नहीं थी। यह बेहद स्वप्निल लग रहा है। यह पुरस्कार मेरी पूरी टीम और फिल्म के लिए सम्मान है। लेकिन मैं इन्हें ज्यादा गंभीरता से नहीं लेता, क्योंकि मैं जमीन से जुड़ा रहना चाहता हूं।”
राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित महसूस कर रहा हूं : मनीष शर्मा
फिल्मकार मनीष शर्मा की फिल्म ‘दम लगा के हईशा’ को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का दर्जा दिया गया है। इससे बेहद खुश शर्मा ने कहा कि यह प्रतिष्ठित पुरस्कार पाकर वह बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। शर्मा ने आईएएनएस से कहा, “राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर बेहद शानदार और सम्मानित महसूस हो रहा है।” क्या उन्हें उम्मीद थी कि फिल्म को इतने पुरस्कार मिलेंगे, इस सवाल पर उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि हमें (टीम को) कहीं न कहीं लग रहा था कि हमने फिल्म में ईमानदारी से मेहनत की है। मुझे नहीं पता था कि क्या इसे कई पुरस्कार मिलेंगे। लेकिन इतने पुरस्कार मिलने पर बेहद रोमांचक महसूस हो रहा है।”
राष्ट्रीय पुरस्कार काम के लिए मिली शाबाशी : भंसाली
दिग्गज फिल्मकार संजय लीला भंसाली को फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार दिया गया। इस प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजे गए भंसाली ने इसे शाबाशी और पीठ थपथपाना बताया है। फिल्मकार ने कहा कि राष्ट्रीय पुरस्कार सरकार की ओर से हमारे काम को मिली पहचान है। यह पुरस्कार उनके लिए कितना महत्वपूर्ण है, इस सवाल पर उन्होंने आईएएनएस से कहा, “यह पुरस्कार शाबाशी और पीठ थपथपाना है, जो यह बताता है कि आपने जो काम किया है वह देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।”
राष्ट्रीय पुरस्कार से देसी महसूस कर रही हूं: कल्कि कोएचलिन
अभिनेत्री कल्कि कोचलिन को ‘मार्गरिटा विद ए स्ट्रॉ’ में अभिनय के लिए ‘स्पेशल जूरी अवॉर्ड’ का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया। राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर कल्कि ने कहा कि यह सम्मान उनके देसीपन पर सवाल खड़ा करने वालों का मुंह बंद कर देगा। उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह सबसे प्रतिष्ठित सम्मान है, जो इस देश में एक कलाकार के तौर पर मिलता है। यह पुरस्कार मिलने पर मुझे ज्यादा ‘देसी’ महसूस हो रहा है। मुझे लगता है कि अब लोग मेरे देसीपन पर सवाल उठाना बंद कर देंगे।” फिल्म में कल्कि ने सेरेब्रल पाल्सी से पीडि़त लड़की की भूमिका निभाई है। फिल्म के बारे में उन्होंने कहा कि यह फिल्म उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके जरिए उन्हें बतौर एक अभिनेत्री और एक इंसान काफी कुछ सीखने का मौका मिला।