उत्तर प्रदेश की दिग्गज कही जाने वाली सपा पार्टी की अटकले बढ़ती ही जा रही है। चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं।लेकिन सपा पार्टी में जो कलह है वो कलह कम होने का नाम नहीं दिख रहा है।
SP chaos
इटावा. उत्तर प्रदेश की दिग्गज कही जाने वाली सपा पार्टी की अटकले बढ़ती ही जा रही है। चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं।लेकिन सपा पार्टी में जो कलह है वो कलह कम होने का नाम नहीं दिख रहा है। चाचा-भतीजे के सियासी रण में अब समर्थक भी जमकर बवाल करके अपने-अपने खेमे को मजबूत दिखाने की कोशिश में जुटे हैं।
सपा प्रमुख के जिले में दो सपा जिलाध्यक्ष हो जाने से हंगामा हो गया। दोनों अध्यक्षों ने स्वयं को सपा जिलाध्यक्ष होने का एलान किया। दोनों गुटों के समर्थकों की भीड़ एकत्रित होने से नारेबाजी का दौर दिन भर चला। अध्यक्ष कक्ष में भीड़ के दबाव से कुर्सियां टूट गईं। संवेदनशील हालात के मद्देनजर प्रशासनिक अधिकारी पुलिस-पीएसी बल के साथ मौके पर मौजूद रहे। अखिलेश गुट के नवनियुक्त अध्यक्ष के समर्थकों सहित जाने पर करीब छह घंटे बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली।
सपा कार्यालय पर सरगर्मी तो बीते उस समय से बढ़ गई जब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गुट के सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव के नजदीकी गोपाल यादव को सपा जिलाध्यक्ष घोषित किया। सपा प्रमुख मुलायम और शिवपाल द्वारा मनोनीत सपा जिलाध्यक्ष सुनील यादव ने गोपाल यादव को सपा जिलाध्यक्ष नहीं माना। ऐसा ही एक नजारा इटावा में देखने को मिला जहां पर अखिलेश के खेमें ने अपने समर्थकों के साथ आज इटावा में जमकर बवाल काटा । अखिलेश के जय-जय के नारे लगाए। तो वही पर शिवपाल सिंह यादव व मुलायम सिंह यादव के खेमें ने सपा कार्यालय पर सैकड़ों समर्थकों के साथ नेता जी व शिवपाल के नारे लगाए और कहा असली नेता जी के त्याग और बलिदान के लिए हम अपना खून-पसीना बहा देंगे।
अभी चुनाव का समय नजदीक आ रहा है। सारे लोग लग जाए। नेता जी के नाम पर चाहे कितना झुकना पड़े, चाहे कितनी भी लाठी-डंडे खानी पड़े, लेकिन नेता जी के सम्मान को कोई आंच नहीं आने देंगे। हमने हमेशा समाजवादी पार्टी के झण्ठे से ऊंचा नेता जी को रखा है और रखेंगे।