पाक के मंदिरों में श्री गुरु ग्रंथ साहिब 50 से 70 साल पुराने स्वरूप को लेकर अब पाकिस्तान अवकाफ बोर्ड सक्रिय हो गया है। इस संबंध में बोर्ड के चेयरमैन सदीक-उल-फारूख ने कराची के सिखों के साथ बैठक की।
बैठक में फारूख ने सिखों को विश्वास दिलाया कि बेअदबी के दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए वह सरकार से शीघ्र बात करेंगे। और जल्द ही इसके खिलाफ कोई एक्शन लेगें।
पाकिस्तान सिख काउंसिल के अध्यक्ष रमेश सिंह खालसा ने कहा कि पूर्वी पंजाब में बेअदबी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के कई मंदिरों में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप रखे गए हैं और वहां बेअदबी की घटनाएं ज्यादा हो रही हैं। सिखों ने इसकी जानकारी फारूख को दी है।
मंदिरों में पुजारियों के पास 50 से 70 साल पुराने स्वरूप पड़े हैं। इन स्वरूपों को गुरु परंपरा और मर्यादा के अनुसार नहीं रखा गया है। खालसा ने सभी पुजारियों से आग्रह किया कि जिनके पास श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप हैं वह तुरंत ऐतिहासिक गुरुद्वारों में जमा करवा दें।
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने पाकिस्तान के इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सभी स्वरूपों का विवरण श्री अकाल तख्त साहिब को भेजे।
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