लंदन. ब्रिटेन की सुरक्षा एजेंसियों के जासूस आतंकी संगठन आईएस से लड़ रहे हैं। वे अब तक 12 ऐसे हमलों की प्लानिंग नाकाम कर चुके हैं जिनके जरिये आईएस पश्चिमी देशों में तबाही मचाना चाहते थे। ब्रिटिश सुरक्षा एजेंसी एमआई-6 के प्रमुख एलेक्स यंगर ने इस बाबत खुलासा किया।
उन्होंने आईएस को चेतावनी भी दी। उन्होंने बताया कि आईएस साल 2013 से यूरोपीय देशों में हमले के लिए लगातार प्लानिंग कर रहा है। हमने साल 2013 से अब तक 12 खतरनाक हमलों को नाकाम कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमने कई मामले से जुड़ी जानकारी यूके पुलिस को भी दी। जानकारियां अभी भी दे रहे हैं। पुलिस को आगे ऐसे हमले रोकने के लिए इस पर काम करना चाहिए। बहरहाल, सीरिया में आईएस अभी भी कब्जा जमाए हुए हैं। उसके खिलाफ तमाम देश एक जुटकर होकर लड़ाई लड़ रहे हैं। हाल में अमरीकी गठबंधन वाली एयरफोर्स ने ऐसे 168 तेल के टैंकों को तबाह किया जिनका इस्तेमाल आईएस कर रहे थे।
लाखों लोग लापता
संयुक्त राष्ट्र संघ ने सीरिया के गृहयुद्ध पर ताजा रिपोर्ट जारी की। इसके अनुसार, एलेप्पो पर लाखों लोग लापात हो चुके हैं। एक ओर आईएस के हमले हैं तो दूसरी ओर सरकार व अमरीकी सेना के हमले। इन हमलों में आम जनता को बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है। उधर, तुर्की ने भी सैकड़ों कमांडो सीरिया में भेजे हैं। बता दें कि तुर्की की सेना पहले से ही आईएस के खिलाफ युद्ध लड़ रही है मगर इस दौरान इसके कई सेना को भारी नुकसान हुआ। इसे देखते हुए उसने और सेना भेजी।
ब्रिटेन ने विमान के यात्रियों की जासूसी की
ब्रिटेन ने अमरीका के साथ मिलकर अपनी सुरक्षा एजेंसियों के जरिये एयर फ्रांस सहित व्यावसायिक एयरलाइनों के यात्रियों की जासूसी की थी। एक अमरीकी व्हिसलब्लोअर से मिले दस्तावेजों का हवाला देते हुए फ्रांस की मीडिया ने इस पर रिपोर्ट जारी की। बता दें कि फ्रांसीसी ध्वज वाहक विमान इससे पहले भी अमरीकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी और इसकी ब्रिटिश समकक्ष जीसीएचक्यू के निशाने पर रहा था, क्योंकि इसे आतंकवादियों के निशाने के तौर पर देखा जा रहा था। खुफिया एजेंसियों ने यह जानने के लिए विमानों की एक ड्राइंग का इस्तेमाल किया था कि विमान के अंदर अवरोधन किस तरह से काम करता है।