नई दिल्ली। एक बुजुर्ग ने 15000 पोंड (12.5 लाख) खर्च पिछले 20 सालों में अपने बगीचे को अविश्वसनीय रेन फॉरेस्ट में तब्दील कर दिया। निक विल्सन (61) को परिवार की छुट्टियों के दौरान 1990 मेंं कॉर्नवॉल (इंग्लैंड) के इन बड़े पौधों के साथ लगाव हो गया था, जिसने उनको बगीचे को रेन फॉरेस्ट में तब्दील करने के लिए प्रेरित किया।
1998 में शुरू किया मेक ओवर शुरू
निक ने 1998 में जंगल मेक ओवर शुरू किया और छह साल पहले इसे आगंतुकों खोल दिया। इस प्रभावशाली परियोजना के बारे में बात करते हुए निक ने कहा कि इन सबको एकस्थान पर रखने में पूरे 20 साल लग गए। उन्होंने बताया इस बगीचे में बड़े फर्न, बांस और बड़े पत्ते के वाले पौधे हैं।
बड़े, मोटे विशाल पौधे
निक ने बताया कि मुझे बिल्कुल पता नहीं था कि मुझे बड़े, मोटे विशाल पौधे बहुत पसंद हैं। यह सच्चाई तब सामने आई जब मैं 1990 में परिवार की छुट्टियों के दौरान 1990 में कॉर्नवाल आया था। निक के अनुसार उन्होंनें कॉर्नवाल में कुछ पौधे खरीदे और उनको कार में रखकर घर ले गए। उन्होंने बताया कि यहां के पौधे वास्तव में दुर्लभ हैं। इस जंगल में मुख्य रूप से टेट्रप्रनाक्स रेक्स, गनेरना और ट्री फर्न के पौधे हैं।
30 जुलाई को आगंतुकों के लिए खोलेंगे
दादा बन चुके 61 वर्षीय निक ने अब इस बगीचे को जनता के लिए खोल दिया है। इस साल 25 जून को खोले गए इस बगीचे ने 500 से अधिक आगंतुकों को आकर्षित किया। इस दौरान उन्होंने मूरटाउन स्थित जमैमा धर्मशाल के लिए 2500 पाउंड का चंदा इकठ्ठा किया। अब निक राष्ट्रीय उद्यान योजना के साथ मिलकर जंगल को 30 जुलाई को आगंतुकों के लिए खोलने जा रहे हैं। जबकि इससे आने वाले पैसे को मैरी क्यूरी और मैकमिलन कैंसर चैरिटीज को दे दिया जाएगा। निक ने बताया कि अब सब कुछ सेट हो गया है। इसके रखरखाव की मुख्य लागत वार्षिक 200 पोंड के करीब आएगी। उन्होंने बताया कि जंगल को आकर्षक बनाने के लिए
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