देश में साइबर क्राइम के बढते मामलो के चलते अब सिविल सोसाइटीज ने भी इस दिशा में जागरूकता पैदा करने में जुट गर्इ हैं। जयपुर में बुधवार को अम्बा बाडी के टीपीएस स्कूल में साइबर अवेयरनेस इन सोसाइटी पर कार्यषाला का आयोजन किया गया।
देश में साइबर क्राइम के बढते मामलो के चलते अब सिविल सोसाइटीज ने भी इस दिशा में जागरूकता पैदा करने में जुट गर्इ हैं। जयपुर में बुधवार को अम्बा बाडी के टीपीएस स्कूल में साइबर अवेयरनेस इन सोसाइटी पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। पीपल एंड पुलिस वेलफेयर काउन्सिल आैर पीपल एंड पुलिस फोरम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यशाला में एक्सपर्ट ने छात्रों को विस्तार से जानकारी दी।
साइबर क्राइम से बचने का सबसे अच्छा तरिका है कि साइबर के गतिविधियों से हाेने वाले नुकसान के बारे में लोगों को अवेयर कराया जाए।
एक्सपर्ट ओमप्रकाश ने बताया कि इंटरनेट के बढ़ते उपयोग के साथ ही साइबर क्राइम में भी बेतहाशा वृद्धि हो रही है। एेसे में यदि इंटरनेट के प्रयोग के दौरान जाने अनजाने में यदि कोई गलती हो भी जाए तो उसे छिपाए नहीं । यदि कोई अपराधी मित्र बनकर आपको परेशान करता है या फिर आप को भी अपराध करने के लिए प्रेरित करे तो उसको अपने माता पिता के साथ जरूर शेयर करे तथा साथ ही नजदीकी थाने या साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज जरूर करवाएँ।
अापका एक कदम अपराधी को समाज में बेनकाब कर सकता हैै। पीपल एंड पुलिस वेलफेयर काउन्सिल के निदेशक अरुण जैन ने बताया की 2017 तक देश में 500 मिलीयन इंटरनेट उपभोक्ता होंगे।
अरुण जैन ने बताया की कर्इ बार भावना में बहकर युवा वर्ग जाने अनजाने में सोशल मीडिया जैसे व्हाटस्सप्प, स्काइप, फेसबुक आदि पर साइबर अपराधिओं की जद में आ जाता है और उसका जीवन एक ही पल में अंधकारमय हो जाता है।
उन्होने कहा कि पीपल एंड पुलिस वेलफेयर काउन्सिल का उद्देश्य समाज को साइबर क्राइम के प्रति अवेयर करना है, इसके लिए संस्था समय समय पर काॅलेज, स्कूल, आैर व्यापारिक वर्ग में साइबर अवेयरनेस कार्यशालाआे का आयोजन करती रहेगी।