घरेलू वाई-फाई नेटवर्क का नाम डैश21 रखने पर फ्रांस की अदालत ने एक युवक को सुनाई सस्पेंडेड जेल की सजा।
पेरिस. फ्रांस की एक अदालत ने 18 वर्षीय किशोर को केवल इस बात के लिए जेल भेज दिया कि उसने अपने घरेलू वाई-फाई नेटवर्क का नाम आईएस रख दिया था। सुनवाई के बाद अदालत ने उसे तीन महीने की सस्पेंडेड सजा सुनाई है। सजा के बदले अदालत ने किशोर को 100 घंटे तक सामुदायिक सेवा करने का भी विकल्प दिया, जिसे उसने ठुकरा दिया।
आतंकवाद से सहानुभूति गलत
आरोपी युवक के वकील करिमा मनहौली ने कहा कि फ्रांस में आतंकवाद मसले पर सहानुभूति के लिए कोई स्थान नहीं है। हालांकि 18 वर्षीय युवक ने अपने नेटवर्क का नाम केवल डैश21 रखा था। इसके पीछे उसकी कोई गैर कानूनी कार्यों को अंजाम देने की मंशा नहीं थी। लेकिन अरेबिक में इस शब्द का समान रूप से आईएसआईएस के लिए प्रयोग होने से यह मसला कानूनी रूप से पेंचीदा हो गया। आरोपी वकील के अनुसार यह उसका मूर्खतापूर्ण काम था। वह अदालत में यह नहीं बता पाया कि आखिर उसने नेटवर्क का नाम डैश21 क्यों रखा?
सामुदायिक सेवा का मिला था विकल्प
अदालत में यह मामला उस समय पहुंचा जब आरोपी युवक के पड़ोसी ने अपने वाई-फाई में नेटवर्क पर डैश21 नाम हाईलाइट होने की सूचना पुलिस को दे दी। इस मामले की जांच पुलिस ने की। जांच में पुलिस को आईएस से संबंधित न को कोई सूचना या सुबूत या फिर इस विचार को फैलाने के प्रमाण नहीं मिले। इसके बाद वहां की अदालत ने युवक के समक्ष 100 घंटे सामुदायिक सेवा का विकल्प रखा जिसे पूरा करने से युवक ने मना दिया। उसके बाद अदालत ने युवक को सस्पेंडेड जेल की सजा सुना दी। युवक के वकील ने कहा कि जनवरी, 2015 में भी इसी तरह का केस आया था। उस समय अदालत ने आतंकवाद से सहानुभूति रखने वालों के खिलाफ मामला चलाने का निर्देश दिया था।
सालगिरह मनाने की तैयारी
पिछले वर्ष 13 नवंबर को पेरिस पर आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में 130 लोग मारे गए थे। फ्रांस में 13 नवंबर को आतंकी हमले की पहली एनिवर्सरी मनाने की तैयारी चल रही है।