फ्रांस हादसा: महज 8 मिनट में 32 हजार फीट नीचे आ गया विमान
Published: Mar 25, 2015 02:09:00 pm
प्लेन का ब्लैक बॉक्स और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर मिला, शवों की तलाशी के लिए फिर से शुरु हुआ अभियान
पेरिस। फ्रांस में हुए एक बड़े विमान हादसे के बाद अब शवों की तलाश फिर से शुरू कर दी गई है। 150 यात्रियों और 6 क्रू मैंबर्स को ले जा रहा एयरबस ए 320 दक्षिणी फ्रांस में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। विमान लुफ्थांसा जर्मनविंग्स एयरलाइंस का था, जो स्पेन के बार्सिलोना से जर्मनी के डसलडोर्फ जा रहा था। इस विमान हादसे में सभी 150 लोगों की मौत हो चुकी है।
यह विमान आल्प्स की पहाडियों में क्रैश हुआ है। यह एक बेहद ही दुर्गम क्षेत्र में है। ऎसे में शवों की तलाश में काफी दिनों का समय लग सकता है। फिलहाल प्लेन का ब्लैक बॉक्स और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर मिल चुके हैं। हालांकि प्रारंभिक जांच से इस बात के कोई संकेत नहीं मिलते कि प्लेन में कोई धमाका हुआ होगा क्योंकि विमान का जो मलबा दिख रहा है उस पर अंदर या बाहर से जलने के निशान नहीं हैं।श
लुफ्थांसा के सीईओ विंकेलमैन ने कहा कि विमान सुबह 10.35 मिनट पर अपनी अधिकतम ऊंचाई 38,500 फीट पर था। सुबह 10.43 मिनट पर विमान से संपर्क टूट गया, इस वक्त विमान महज 6000 फीट की ऊंचाई पर था, यानी विमान महज आठ मिनट में ही 32 हजार फीट नीचे आ चुका था।
फ्रांस के विमानन अधिकारियों ने उन खबरों का खंडन किया है, जिनमें कहा गया था कि क्रैश के पहले पायलट ने कोई इमरजेंसी सिग्नल या मैसेज भेजे थे। अधिकारियों ने कहा है कि पायलट ने खतरे का कोई संकेत नहीं दिया था और क्रैश के ठीक पहले कंट्रोल रूम से उसका रेडियो कांटेक्ट टूट गया था। वहीं, लुफ्थांसा एयरलाइंस ने उन खबरों को भी नकार दिया है, जिनमें कहा गया था कि विमान उड़ान के लिए अनफिट था। लुफ्थांसा के सीईओ थॉमस विंकेलमेन ने कहा कि विमान की प्रॉपर जांच की गई थी और उसमें तकनीकि तौर पर कोई खराबी नहीं थी।
वहीं फ्रांस के गृहमंत्री ने कहा है कि जिस वक्त प्लेन क्रैश हुआ उस वक्त मौसम साफ था, इसलिए दुर्घटना का कारण खराब मौसम होना नहीं कहा जा सकता। कुछ विशेषज्ञों ने विमान में धमाके की आशंका से इनकार किया है।