पुराने प्रावधान के अनुसार बलात्कार के मामले में किसी व्यक्ति को दोषी साबित करने के लिए पीडि़त महिला का ना कहना यानी मौखिक इनकार काफी नहीं था।
नई दिल्ली। जर्मनी की संसद बलात्कार की परिभाषा को व्यापक बनाने संबधी नए कानून को मंज़ूरी दे दी है। इसके मुताबिक पीडि़ता के ना कहने का मतलब ना ही होगा। पुराने प्रावधान के अनुसार बलात्कार के मामले में किसी व्यक्ति को दोषी साबित करने के लिए पीडि़त महिला का ना कहना यानी मौखिक इनकार काफी नहीं था। लेकिन अब नए कानून के मुताबिक अगर पीडि़ता अपना बचाव नहीं भी कर पाती है तो भी ना का मतलब ना होगा। जर्मनी की संसद के निचले सदन बुंडेस्टाग में सासंदों ने भारी बहुमत से नए कानून को मंज़ूरी दे दी।
दरअसल जर्मनी के पुराने कानून के मुताबिक सैक्स अटैक को रेप तभी कहा जा सकता है जब युवती ने अपने आप को बचाने के लिए बलात्कारी से लड़ाई की हो, लेकिन कई मामलों में ऐसा नहीं हो पाता था क्योंकि नशे की हालत में युवती रेप का विरोध नहीं कर पाती थी और आरोपी को सजा नहीं मिलती थी। नए साल की पार्टी के दौरान हुए रेप से उठी नए कानून की मांग हुआ यूं कि नए साल के मौके पर जर्मनी के कोलोन शहर में पार्टी हुई और उस पार्टी में शराब और ड्रग्स भी आसानी से मिल रहे थे।
ऐसे में कुछ युवकों ने अपने साथ आई युवतियों को शराब पिलाई और ड्रग्स दिए और फिर उनका रेप किया। आधुनिक और विकसित देश में रेप की इस खबर ने अगले दिन पुरी जर्मनी को हिलाकर रख दिया। इसके बाद एक और घटना सामने आई जिसमें एक जर्मन मॉडल गिना लोहफिंग को दो लोगों ने ड्रग्स देकर बारी बारी से उसका रेप किया। इस बीच वो सिर्फ नो-नो, और स्टाप इट के अलावा कुछ नहीं बोल सकी क्योंकि वो शराब और ड्रग्स के नशे में थी।
गिना के पास रेप के वीडियो भी था जिसे लेकर उसने अदालत का दरवाजा खटखटाया लेकिन वो केस हार गई क्योंकि उसने रेप से बचने के लिए रेपिस्टों से लड़ाई नहीं की थी। गिना के मुताबिक वो इतने नशे में थी कि उसे होश ही नहीं था और ना ही उसमें इतनी ताकत बची थी कि वो खुद को बचा सके। कोर्ट के इस अजीबोगरीब फैसले के बाद जर्मनी में रेप को लेकर नया कानून बनाने के लिए नए सिरे से बहस छिड़ गई।
जर्मनी के नए कानून के मुताबिक अब अगर युवती नो कहती है और फिर भी उसके साथ जबरदस्ती होती है तो उसे अपराध माना जाएगा। आपको बता दें कि जर्मनी दूसरे देशों के मुकाबले थोड़ा ज्यादा खुला माना जाता है जहां महिलाओं को अपने हिसाब से कहीं भी आने जाने, घूमने, कपड़े पहनने आदि की पूरी आजादी है जिसका पिछले कुछ दिनों से दुरुपयोग होने की खबरें सामने आ रही थी।