न्यूयॉर्क। गूगल ने गुरुवार को औपचारिक रूप से यूरोपीय संघ के गलत तरीके से शॉपिंग सर्विस को प्रचारित करने व प्रतिद्वंदियों के ऑनलाइन सर्च विज्ञापन को अवरुद्ध करने वाले आरोपों को खारिज कर दिया है। यूरोपीय संघ के नियामकों के लिए अब इस मामले में गूगल पर भारी जुर्माना लगाने का रास्ता साफ हो गया है। बता दें कि गूगल की प्रतिद्वंदी अमरीकी व यूरोपियन कंपनियों जैसे की माइक्रोसॉफ्ट ने गूगल के खिलाफ शिकायत की थी। इसके बाद यूरोपीय संघ में यह मामला उठा था।
इसके बाद यूरोपीय संघ नियामक ने पिछले साल अप्रैल में कंपनी के खिलाफ प्रतिस्पर्धा विरोधी चार्ज लगाने की बात कही थी और जुलाई तक इस मामले में और सबूत जुटाने के लिए कहा था। यूरोपीय संघ ने इसके ऑनलाइन सर्च विज्ञापन उत्पाद एडसेंस के खिलाफ आरोपपत्र जारी किया था। गूगल के वकील केंट वॉकर ने अपने ब्लॉग के जरिए बताया था कि गूगल पर लगाए जा रहे आरोपों का ना ही तथ्यात्मक व कानूनी तथा आर्थिक आधार है।
वॉकर का कहना है, हम गुणवत्ता से समझौता नहीं करते हैं। प्रासंगिक जानकारी को ही डिस्प्ले करते हैं। यूरोपीय संघ के प्रवक्ता रिकार्डो का कहना है कि हमें गूगल का जवाब मिला है। हम किसी भी तरह का निर्णय लेने से पहले गूगल की प्रतिक्रिया पर विचार करेंगे। बताया जा रहा है कि गूगल के दोषी पाए जाने पर यूरोपीय संघ उसपर 7.4 बिलियन डॉलर का जुर्माना लगाने की तैयारी कर रहा है। इसके अलावा यूरोपीय संघ गूगल के वैश्विक टर्नऑवर का 10 प्रतिशत जुर्माना भी उस पर लगा सकता है। इस मामले में आयोग 11 नवंबर से पहले अपना फैसला सुनाएगा।
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