Greece Crisis: “कंगाली” से बचने के लिए चला अंतिम दांव
Published: Jul 01, 2015 08:08:00 pm
करीब 11.30 लाख करोड़ रूपए
के भारी कर्ज में दबा ग्रीस मंगलवार को 11 घंटे चली बैठक के बावजूद
एथेंस। करीब 11.30 लाख करोड़ रूपए के भारी कर्ज में दबा ग्रीस मंगलवार को 11 घंटे चली बैठक के बावजूद यूरोजोन और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अधिकारियों से कर्ज चुकाने के लिए मोहलत नहीं जुटा पाया। उसे मंगलवार तक आईएमएफ को 1.7 अरब डॉलर की किश्त अदा करनी थी, जो उसने अदा नहीं की। हालांकि इस बैठक के कुछ घंटे बाद ग्रीस के प्रधानमंत्री एलेक्सिस त्सिप्रास ने यूरोजोन के कर्जदाता देशों, यूरोपियन सेंट्रल बैंक और आईएमएफ को पत्र लिखकर अगले राहत पैकेज की मांग की। साथ ही कहा कि कर्जदाताओं की कुछ शर्तें मानने को वो तैयार है।
दरअसल इन अंतरराष्ट्रीय कर्जदाताओं ने ग्रीस की सरकार से कहा है कि उन्हें अगला राहत पैकेज तभी मिलेगा, जब वो आर्थिक सुधार की शर्तें लागू करेगा। इन शर्ताें को पहले एलेक्सिस ठुकरा चुके हैं, लेकिन अब उन्होंने पत्र में कहा है कि वे पेंशन कम करने, टैक्स बढ़ाने और रक्षा खर्चाें में कटौती करने को तैयार हैं। बदले में उन्हें 29 अरब यूरो का राहत पैकेज दिया जाए, ताकि अगले दो साल तक उन्हें किसी तरह की आर्थिक परेशानी न झेलनी पड़े।
इतनी राशि में न केवल ग्रीस का कर्ज चुक जाएगा, बल्कि उसकी सरकारी देरदारियां भी खत्म हो जाएंगी। हालांकि एलेक्सिस के पत्र का अब तक किसी ने जवाब नहीं दिया है। फिर भी माना जा रहा है कि यूरोजोन की एकता को बनाए रखने के लिए ग्रीस की अपील स्वीकार की जा सकती है। इससे पहले आईएमएफ के प्रवक्ता गेरी राइस ने ग्रीस से किश्त नहीं मिलने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि ग्रीस ने कर्ज चुकाने के लिए मोहलत मांगी थी, पर इस प्रस्ताव पर आईएमएफ का कार्यकारी बोर्ड ही फैसला करेगा। यदि ग्रीस बकाया राशि का भुगतान कर देता है तभी उसे आईएमएफ से वित्तीय मदद मिल सकती है।