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OMG: चीन में नकली बंदूक रखने पर मिलती है उम्रकैद की सजा

Published: Nov 02, 2016 03:38:00 pm

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चीन में नकली बंदूक रखकर लोगों को डराने-धमकाने वाले को अपना पूरा जीवन जेल में गुजारना पड़ सकता है। 

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नई दिल्ली। चीन में नकली बंदूक रखकर लोगों को डराने-धमकाने वाले को अपना पूरा जीवन जेल में गुजारना पड़ सकता है। एक विदेशी अखबार में छपी रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल 20 साल के लुई दावाई को इस अपराध के लिए उम्रकैद की सजा सुना दी गई थी।

उम्रकैद मिलने के बाद एक चीनी आदमी ने की आत्महत्या

लुई के पास करीब 24 बंदूकें थी इनमें से 20 बंदूके नकली थी। ये 20 बंदूकें भी दिखने में बिल्कुल असली लगती थी मगर इनसे गोली नहीं निकलती थी। ना ये बंदूके किसी व्यक्ति की जान ले सकती थी। चीन में ये बहुत बड़ा अपराध है। लुई ने इस अपराध के लिए उम्रकैद मिलने के बाद जेल में ही आत्महत्या कर ली। अपने बेटे को बचाने के लिए लुई के परिवारजनों ने फुजियन के हाई पीपुल्स कोर्ट में एक अपील दर्ज कराई थी। कई साल का इंतजार करने के बाद करीब दो सप्ताह पहले ही परिवार को एक नोटिस मिला। इस नोटिस में इस केस की दोबारा पड़ताल करने की बात कही गई थी।

हथियार से जुड़े नियमों में चीन दुनिया का सबसे सख्त देश

ऐसा माना जाता है कि बंदूक नियंत्रण से संबंधित नियमों के मामले में चीन दुनिया का सबसे सख्त देश है। चीन में पॉलिटिकल साइंस की यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रुआन क्विलिन कहते हैं कि यहां पर हथियार रखने के लिए अधिकारियों को भी सजा हो जाती है। ऐसे में आम लोगों के लिए हथियार रखना कितना मुश्किल है ये आप सोच सकते हैं। यहां पर सामाजिक सुरक्षा मंत्रालय ने 2010 में हथियारों के लिए कुछ नियम तय किए थे। यहां 1.8 जूल्स प्रति स्कवायर से ज्यादा बल से फायर करने वाले बंदूक को अवैध बताया जाता है। दूसरे देशों के नियमों की तुलना में चीन में बंदूक से जुड़े नियम-कानून बहुत ही सख्त है। 1.8 जूल्स बल वाली बंदूक सिर्फ इंसान के शरीर को तेजी छूती है इससे खून तक नहीं निकलता।

चीनी लोग भी नहीं जानते इन नियम-कानूनों को

चीन में रहने वाले लोग भी इन नियम-कानूनों से अंजान हैं। यहां एक पूर्व जज लु हांगवु को दो बीबी बंदूके रखने के लिए तीन साल के लिए जेल में डाल दिया गया था। जज ने बताया था कि 2010 में मंत्रालय ने नियमों में जो बदलाव किए हैं उसके बारे में लोगों को कोई जानकारी नहीं दी गई। कभी सामाजिक सुरक्षा मंत्रालय ने टीवी या अखबार में इन बदले हुए नियमों के बारे में नहीं बताया। इस वजह से बहुत से लोग बिना कारण के अपराधी बनते जा रहे हैं।
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