रूसी राष्ट्रपति ने करवाई थी अपने जासूस की हत्या: ब्रिटिश रिपोर्ट
Published: Jan 21, 2016 07:55:00 pm
ब्रिटेन के एक जांच रिपोर्ट ने यह दावा किया है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 2006 में ब्रिटेन में अपने ही जासूस को मरवा दिया था।
लंदन। ब्रिटेन के एक जांच रिपोर्ट ने यह दावा किया है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 2006 में ब्रिटेन में अपने ही जासूस को मरवा दिया था। इस जासूस के नाम अलेक्जेंडर लिटविनिन्को बताया गया है।
लिटविनिन्को रूस की फेडरल सिक्यॉरिटी सर्विस में एंजेट के रूप में कार्यरत थे। रिपोर्ट में दावा किया गया कि एजेंट लिटविनिन्को को मारने के लिए संभवत पुतिन ने ही हरि झंडी दी थी। ऐसा माना जा रहा है कि लिटविनिन्को को रूस के कई अहम राज मालूम थे जिसके चलते उनकी हत्या करवा दी गई।
अलेक्जेंडर लिटविनिन्को की मौत नवंबर 2006 में लंदन के एक अस्पताल में रेडियोऐक्टिव जहर के कारण हुई थी। ऐसा माना जाता है कि लिटविनिन्को को चाय के साथ रेडियोऐक्टिव जहर पोलोनियम-210 दिया गया था, जिसके कारण कुछ दिन बाद उनकी मौत हो गई थी।
लिटविनिन्को साल 2000 में अपने बेटे और पत्नी के साथ रूस से भागकर ब्रिटेन में शिफ्ट हो गए थे। लिटविनिन्का की पत्नी मरीना की शिकायत पर इस मामले की दोबारा जांच शुरू की गई है। मरीना ने यह जानकारी दी है कि उनके पति ने ब्रिटेन की खुफिया एंजेसी एमआई-6 के लिए काम किया था।
हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज रॉबर्ट ओवेन इस बेहद रहस्यमयी मामले पर अपनी 328 पेज की रिपोर्ट पेश की है। इसमें 43 साल के लिटविनिन्को की मौत के बेहद हाई प्रोफाइल क्रेमलिन कनेक्शन का जिक्र किया गया है।
लिटविनिन्को की हत्या के मामले में रूस के दो नागरिकों आंद्रे लोगोवी और दिमित्री कोवन आरोपी हैं। हालांकि दोनों हत्या से इनकार करते रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसकी प्रबल संभावना है कि वे रूसी एफएसबी सिक्रिट सर्विस के लिए काम कर रहे थे।
ओवन ने कहा कि इस मामले में उपलब्ध सभी सबूतों और कुछ खुफिया सूचनाओं, जिनका जिक्र कोर्ट में खुले में नहीं किया गया था, पर गौर करने पर उन्होंने पाया कि लिटविनिन्को को मारने के लिए फेडरल सिक्यॉरिटी सर्विस ऑपरेशन को संभवत निकोलाई पात्रुसुफ (2006 में सिक्यॉरिटी सर्विसेज के हेड) और पुतिन ने हरी झंडी दी थी।