सप्ताह में तीन से चार दिन सीमित मात्रा में मद्य सेवन करने से मधुमेह होने का खतरा कुछ हद तक कम हो जाता है। एक अध्ययन में यह दावा किया गया है।
लंदन। सप्ताह में तीन से चार दिन सीमित मात्रा में मद्य सेवन करने से मधुमेह होने का खतरा कुछ हद तक कम हो जाता है। एक अध्ययन में यह दावा किया गया है। दक्षिणी डेनमार्क की एक यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने मद्य सेवन के मधुमेह पर होने वाले प्रभावों की जांच की और इसकी तुलना अन्य विशिष्ट पेय पदार्थों से भी की। यह डेटा 18 या उससे अधिक आयु के करीब 70,551 डेनिश नागरिकों से एक प्रश्नावली के जरिए उनकी जीवन शैली एवं स्वास्थ्य संबंधी प्रश्नों के जवाब पर आधारित है।
हर हफ्ते 14 पैग पीने वालों में मधुमेह का खतरा 43 प्रतिशत कम
अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया कि थोड़ा बहुत मद्य सेवन करने वाले लोगों को मधुमेह का खतरा कम होता है। मद्य सेवन न करने वालों की तुलना में हर सप्ताह 14 पैग पीने वालों में मधुमेह का खतरा 43 प्रतिशत कम हो जाता है। वहीं महिलाओं में यह खतरा 58 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
हर हफ्ते बीयर पीने से पुरुषों में 21 फीसदी खतरा कम
डेटा में पाया गया कि सप्ताह में तीन-चार दिन मद्य सेवन करने से मधुमेह का खतरा पुरुषों में 27 प्रतिशत और महिलाओं में 32 प्रतिशत तक कम हो जाता है। हर सप्ताह शराब के 7 या उससे अधिक पैग पीने वाले पुरुष एवं महिलाओं को, हर सप्ताह वाइन का एक पैग पीने वालों की तुलना में, मधुमेह होने का खतरा 25-30 प्रतिशत तक कम होता है। हर सप्ताह एक से छह बीयर पीने से मधुमेह का खतरा पुरुषों में 21 प्रतिशत तक कम हो जाता है, वहीं इसका महिलाओं पर कोई असर नहीं पड़ता है।
कुछ अध्ययनों में लगातार यह सुझाव दिया गया था कि थोड़ा-बहुत मद्य सेवन करने वाले पुरुषों एवं महिलाओं को मदिरा न पीने वालों की तुलना में मधुमेह का खतरा कम होता है। जबकि इसके अधिक सेवन से मधुमेह का खतरा उतना ही या उससे अधिक हो जाता है जितना कि मदिरा सेवन न करने वालों को होता है।