अब ‘आधार’ खोलेगा फर्जी अभ्यर्थियों की पोल
Published: Jul 10, 2017 12:05:00 pm
देश में सरकारी नौकरी की बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच नकल कराने अथवा परीक्षा
में येन केन प्रकारेण उत्तीर्ण कराने वाले हाइटेक गिरोह सक्रिय हो गए हैं
अजमेर. आमजन की सहूलियत, रियायतों और अपनी पहचान साबित करने के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका आधार कार्ड भर्ती परीक्षाओं में फर्जी अभ्यर्थियों पर लगाम कसने में अहम भूमिका अदा करेगा। रेलवे में नौकरी के लिए अब आवेदन-पत्र के साथ आधार नम्बर देना जरूरी होगा। परीक्षा के दौरान बायोमैट्रिक हाजिरी और आधार कार्ड में अंगुलियों के निशान का मिलान कर फर्जी अभ्यर्थियों को परीक्षा केन्द्र पर ही दबोच लिया जाएगा। देश में सरकारी नौकरी की बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच नकल कराने अथवा परीक्षा में येन केन प्रकारेण उत्तीर्ण कराने वाले हाइटेक गिरोह सक्रिय हो गए हैं। इसके लिए मूल अभ्यर्थी की जगह फर्जी अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल करने की भी अनेक घटनाएं सामने आ चुकी है। फर्जी अभ्यर्थियों की वजह से कई बार नियुक्ति प्रक्रिया को अदालत में चुनौती मिलती है। जांच होने तक भी परीक्षा दे चुके शेष लाखों अभ्यर्थियों को परिणाम के लिए लंबे इंतजार से गुजरना पड़ता है।
ऐसे खुलेगी पोल
रेलवे भर्ती परीक्षाओं के दौरान अब सभी परीक्षा केन्द्रों पर प्रवेश के समय अभ्यर्थियों की बायोमैट्रिक हाजिरी ली जाएगी। इसका मिलान आवेदन-पत्र के साथ दिए आधार नंबर पर उंगलियों के निशान से किया जाएगा। एेसे में परीक्षा के दौरान ही मूल अभ्यर्थी की जगह आए फर्जी अभ्यर्थी की हाथोंहाथ पोल खुल जाएगी।
आवेदन में जरूरी
रेलवे में फिलहाल 18 हजार 252 पद के लिए नियुक्ति प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसके बाद किसी भी पद के लिए भर्ती प्रक्रिया में आधार नंबर के बिना आवेदन नहीं किया जा सकेगा। अगर किसी अभ्यर्थी को उसका आधार कार्ड नहीं मिला है तो उसे आधार के लिए 28 नंबर का पंजीकरण नंबर दर्ज कराने की छूट मिलेगी। हालांकि यह पाबंदी फिलहाल जम्मू और कश्मीर, मेघालय और असम में लागू नहीं होगी।
सुरेश लालवानी