scriptExclusive : रामायण म्यूजियम बनाने वाली भाजपा भूली परमहंस रामचन्द्र दास को | BJP leader forget To Paramahans Ramchandra Das | Patrika News

Exclusive : रामायण म्यूजियम बनाने वाली भाजपा भूली परमहंस रामचन्द्र दास को

locationफैजाबादPublished: Oct 18, 2016 07:56:00 pm

केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा का काफिला अयोध्या के सरयू तट के किनारे पहुंचा उन्होंने  वहां पर  रामायण म्यूजियम के लिए जगह की तलाश की लेकिन उसी सरयू तट के किनारे बने परमहंस रामचंद्र दास के समाधि स्थल की तरफ मुड़ कर भी नहीं देखा और वापस चले आए

Mahesh Sharma Minister

Mahesh Sharma Minister

अनूप कुमार 

 फैज़ाबाद (अयोध्या) राम के नाम पर अयोध्या में रामायण म्यूजियम बनाने वाली और राम के आदर्शों को दुनिया के हर कोने में पहुंचाने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी के नेता भगवान राम और भगवान राम के लिए आजीवन संघर्ष करने वाले शलाका पुरुष परमहंस रामचंद्र के प्रति कितनी श्रद्धा और आस्था रखते है इस की एक मिसाल सामने आई अयोध्या में । जब केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा का काफिला अयोध्या के सरयू तट के किनारे पहुंचा और उन्होंने वहां पर काफी देर तक खड़े होकर रामायण म्यूजियम के लिए जगह की तलाश भी की लेकिन उसी सरयू तट के किनारे बने परमहंस रामचंद्र दास के समाधि स्थल की तरफ मुड़ कर भी नहीं देखा और वापस चले आए ।
भगवान राम और उनके मंदिर के लिए संघर्ष करते हुए इस दुनिया से विदा हो गए थे शलाका पुरुष परमहंस रामचंद्र

किसी जमाने में अपनी एक आवाज पर केंद्र और प्रदेश की सरकारों को हिला देने वाले राममंदिर आंदोलन के प्रणेता शलाका पुरुष परमहंस रामचंद्र दास को बीजेपी पूरी तरह से भुला चुकी है अगर ऐसा ना होता तो जिन परमहंस रामचंद्र दास को आज भी अयोध्या के कारसेवकपुरम परिसर में होने वाली जनसभा कार्यक्रम में मंच पर लगे होर्डिंग में जहां दी गई उन्ही परमहंस रामचंद्र की समाधि स्थल के पास जाकर भी बीजेपी के नेताओं ने उनके प्रति कोई आस्था नहीं दिखाई और परमहंस रामचंद्र दास के समाधि स्थल पर ताला लगा रहा ।
यही है परमहंस रामचंद्र दास का समाधि स्थल यह बताना भी जरूरी नहीं समझा बीजेपी के नेताओं ने केंद्रीय मंत्री को

अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत राम नगरी अयोध्या पहुंचे केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने अयोध्या पहुंचकर सबसे पहले श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास से मुलाकात की और उनसे आशीर्वाद लिया लेकिन यह चौंकाने वाली बात रही कि महंत नृत्य गोपालदास से पहले राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष रहे परमहंस रामचंद्र दास के समाधि स्थल पर जाकर भी न ही केंद्रीय मंत्री और न ही स्थानीय स्तर के किसी नेता ने उनके प्रति कोई आस्था और श्रद्धा दिखाई । भले ही केंद्रीय मंत्री को शायद इस बात का अंदाजा ना हो कि जिस भवन के सामने वह खड़े हैं वह शलाका पुरुष परमहंस रामचंद्र दास का समाधि स्थल है लेकिन फैजाबाद के सांसद और पुराने बजरंगी रहे लल्लू सिंह को तो इस बात का बखूबी अहसास था यह समाधि स्थल उसी शख्स का है जिसने आजीवन भगवान राम के नाम पर संघर्ष किया और राम का नाम लेकर इस दुनिया से विदा हो गए लेकिन आज उनके जाने के बाद उनका नाम लेने वाला भी शायद कोई नहीं बचा है ।
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