फ़ैजाबाद (अयोध्या ) उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार के मुखिया अखिलेश यादव और उनके पिता मुलायम सिंह यादव के बीच पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर चल रहे विवाद से ना सिर्फ समाजवादी पार्टी को नुकसान पहुंच रहा है बल्कि समाजवादी पार्टी को समर्थन करने वाले तमाम गैर राजनीतिक दल के लोग भी इस पेशोपेश में है कि आखिरकार वह मुलायम का साथ दें या अखिलेश यादव का । अयोध्या में बाबरी मामले के पक्षकार हाजी महबूब ने वर्तमान में समाजवादी पार्टी में चल रहे विवाद को लेकर मुलायम सिंह यादव को नसीहत देते हुए कहा है कि उन्हें अपनी जिद छोड़ देनी चाहिए और अखिलेश यादव के नेतृत्व पर भरोसा करते हुए जो बातें अखिलेश कह रहे हैं उन्हें मान लेना चाहिए ।
हाजी महबूब ने कहा अखिलेश ही समाजवादी पार्टी को ले जा सकते हैं आगे
बाबरी मामले के पक्षकार हाजी महबूब ने पत्रिका टीम से बात करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव अखिलेश यादव के पिता हैं और एक बाप की हैसियत से उन्हें बेटे के भविष्य के साथ पार्टी के भविष्य के बारे में भी सोचना चाहिए । हाजी महबूब ने कहा अखिलेश यादव के जरिए ही समाजवादी पार्टी का भविष्य सुरक्षित हो सकता है । अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री के तौर पर बेहतर कार्यकाल पूरा किया है और आने वाले वक्त में भी वह एक बेहतर नेता साबित हो सकते हैं । इसलिए मुलायम सिंह यादव को अपनी जिद छोड़ कर अखिलेश यादव की बात मान लेनी चाहिए ।
अखिलेश मुलायम के झगड़े के कारण गफलत में है प्रदेश का मुस्लिम मतदाता
हाजी महबूब ने पत्रिका टीम के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मांग की है कि वह अपने पिता का सम्मान करते हुए अपने पिता को राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहने दें । पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मुलायम सिंह ने समाज को जोड़ने का काम किया है । हाजी महबूब ने कहा कि अगर ऐसे ही पार्टी में भी विवाद चलता रहा तो अल्पसंख्यक मतदाताओं के सामने बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा कि वह आखिरकार अपना वोट किसे दें । अगर यह विवाद खत्म हो जाता है तो कहीं ना कहीं प्रदेश का अल्पसंख्यक मतदाता समाजवादी पार्टी का दिल खोलकर समर्थन करेगा ।