scriptपार्टी से निकाले जाने के बाद भी आखिर क्यों मंत्री पवन पांडे के चेहरे पर नहीं है शिकन | Tej Narayan Panday Pawan ministerial intact In UP Government | Patrika News

पार्टी से निकाले जाने के बाद भी आखिर क्यों मंत्री पवन पांडे के चेहरे पर नहीं है शिकन

locationफैजाबादPublished: Oct 26, 2016 07:16:00 pm

पांच बार भाजपा से विधायक लल्लू सिंह को हराकर अयोध्या विधानसभा सीट पर सपा का परचम लहराने के कारण दूसरी बार मंत्रिमंडल में शामिल किए गए थे तेज नारायण पांडे पवन

Pawan Panday

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फैजाबाद । समाजवादी पार्टी से बर्खास्त होने के बाद राज्यमंत्री पवन पांडे ने ने कहा कि पार्टी से बर्खास्त होने से कोई फर्क नहीं पड़ता वह समाजवादी थे और समाजवादी हैं और समाजवादी रहेंगे।मुलायम सिंह यादव जिंदाबाद अखिलेश यादव। पवन पाण्डेय ने कहा कि उनके दिल में मुलायम और अखिलेश बसते हैं। पार्टी का आदेश सर आंखों पर लेकिन जो आरोप लगाए गए वह बेबुनियाद और निराधार है।आशु मलिक के आरोप झूठे हैं और किसी साजिश के तहत आशु मलिक ने मुझ पर आरोप लगाए हैं।पवन ने कहा कि तहरीर में आशु मलिक ने कहा है मुख्यमंत्री आवास के बाहर उनसे मारपीट की गई जब की आवास के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं और वहां मीडिया का जमावड़ा भी होता है उसकी जांच कर ली जाए अगर आरोप साबित होता है वह सारे आरोप स्वीकार कर लेंगे। पवन पांडेय पार्टी से बर्खास्त होने के बाद आज अपने फैजाबाद आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
पांच बार भाजपा से विधायक लल्लू सिंह को हराकर अयोध्या विधानसभा सीट पर सपा का परचम लहराने के कारण दूसरी बार मंत्रिमंडल में शामिल किए गए थे तेज नारायण पांडे पवन

भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रतिष्ठापूर्ण सीट अयोध्या से पांच बार विधायक रह चुके भारतीय जनता पार्टी के जमीनी नेता लल्लू सिंह को हराकर पहली बार सदन में पहुंचे अयोध्या विधानसभा सीट से सपा विधायक तेज नारायण पांडेय पवन के ऊपर लगे आरोपों को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए बर्खास्त कर दिया है लेकिन अभी तक सूबे के मुखिया अखिलेश यादव के मंत्रिमंडल में बतौर वन राज्यमंत्री के रूप में पवन पांडे का अहोदा बना हुआ है आपको बता दें पूर्व में भी इस साल पहले खनन माफियाओं से साठगांठ के आरोप को लेकर पवन पांडे को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया था लेकिन कुछ ही दिन बाद पवन पांडे को वापस वन राज्य मंत्री के रूप में सरकार में शामिल कर लिया गया और इस बार भी तमाम विवादों में घिरे होने के बावजूद पार्टी से निकाले जाने की कार्रवाई को लेकर सपा विधायक पवन पांडे के चेहरे पर कोई शिकन नजर नहीं आ रही है और उन्हें विश्वास है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ वफादारी करने का ईनाम उन्हें जरुर मिलेगा ।
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