श्री राम जन्मभूमि विवादित परिसर की ओर जाने वाले मार्ग पर है सबसे कड़े सुरक्षा इंतजाम विवादित स्थल पर बाबरी विध्वंस की 24वीं बरसी के मौके पर जहां पूरी अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं वही सबसे ज्यादा सुरक्षा राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवादित परिसर की ओर जाने वाले रास्तों पर हैं जहां पर प्रवेश करने से पूर्व हर आने जाने वाले राहगीर के पास मौजूद सामान की तलाशी कराई जा रही है इसके अतिरिक्त भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से इस मार्ग पर रोक दिया गया है ।
प्रमुख रुप से हनुमानगढ़ी चौराहा टेढ़ी बाजार चौराहा पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और हर आने जाने वाले नागरिक और बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के बैग चेक किए जा रहे हैं ।
कौन-कौन सी फोर्स तैनात की गई है राम नगरी की सुरक्षा के लिए 6 दिसंबर को धार्मिक नगरी में हिंदू मुस्लिम संप्रदाय के अलग-अलग कार्यक्रमों में यौमे गम और शौर्य दिवस को देखते हुए सुरक्षा के बेहद पुख्ता इंतजाम किए गए हैं राम जन्मभूमि विवादित परिसर में तैनात सुरक्षा व्यवस्था के अतिरिक्त बाबरी विध्वंस की 24वीं बरसी पर बढ़ाई गई सुरक्षा में 3 अपर पुलिस अधीक्षक 10 पुलिस उपाधीक्षक 30 उपनिरीक्षक 20 थानाध्यक्षों के अतिरिक्त 50 सब इंस्पेक्टर 100 कांस्टेबल और 10 कंपनी पीएसी की तैनात की गई है इसके अलावा रैपिड एक्शन फोर्स की टीम अयोध्या के प्रमुख स्थानों पर लगाई गई है ।
परंपरागत आयोजन के अलावा किसी भी ने आयोजन पर जिला प्रशासन ने लगा रखा है प्रतिबंध आपको बता दें कि अयोध्या में 6 दिसंबर के मौके पर परंपरागत आयोजन के रूप में विश्व हिंदू परिषद द्वारा अपने प्रांतीय कार्यालय कारसेवकपुरम परिसर में सौर्य दिवस और हिंदू धर्म जागरण सम्मेलन का आयोजन किया जाता रहा है वह मुस्लिम संप्रदाय के लोग अपने व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद कर हाथों में काली पट्टी बांध कर काला दिवस और यौमे गम बनाकर अपने गम का इजहार करते हैं और मस्जिदों में मस्जिद के पुनर्निर्माण के लिए प्रार्थना सभाएं की जाती हैं इसके अतिरिक्त किसी भी तरह के नए कार्यक्रम की अनुमति जिला प्रशासन किसी को नहीं देता इस वर्ष भी यही दो कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं किसी भी गैर परंपरागत आयोजन करने वाले और उसमें शामिल होने वालों के खिलाफ जिला प्रशासन ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं ।