फर्रुखाबाद. कायमगंज कोतवाली के गांव रुटौल में एक आम के बाग में 5 साल बच्चे का शव मिलने से सनसनी फैल गयी। जिसने भी सुना वह बाग की और भगा। चार दिन पूर्व लापता हुए एक छात्र का शव हत्या कर आम के बाग में फेंक दिया गया। हत्यारों ने छात्र के शव को भी जला दिया, जिससे उसकी शिनाख्त न हो पाए।
शनिवार की सुबह दस बजे के करीब कायमगंज अलीगंज मार्ग स्थित रुटौल मार्ग से मदारपुर जाने वाले रोड पर रुटौल के सुभाष चन्द्र मिश्रा के आम के बाग में राहगीरों को एक शव दिखाई दिया। बच्चे का चेहरा व गर्दन अधजली थी। मामले की जानकारी 100 नंबर पर दी गई । पुलिस मौके पर पहुंची। कुछ देर बाद कोतवाल दधिबल तिवारी, एसआई आरएस वर्मा फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।
मासूम का चेहरा जलाने की कोशिश की गई थी। पास में पत्ते जले हुए थे। बालक का स्वेटर, जूता व शर्ट शव से थोड़ी दूर रखे थे। पास में ही एक बोरी पड़ी थी जिसमे च्योलारा गांव के दो लोगो का नाम लिखा था। पुलिस ने तहकीकात के बाद ग्रामीणों से जानकारी की तो बताया कि सुबह ही शव देखा गया है। बच्चा कहां का है किसी को पता नहीं। काफी देर तक पुलिस शव के शिनाख्त के इंतजार में रही। उसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। इसी बीच कुछ लोग कोतवाली पहुंचे और शव दिखाने को कहा।
पुलिस ने बच्चे के कपड़े दिखाए, इस पर सुभाष शर्मा निवासी दरियावगंज जनपद कासगंज फफक कर रो पड़ा और बोला कि यह तो उसके बेटे आशीष उर्फ अंशू के कपड़े हैं। उसने बताया कि 11 जनवरी को उसका पुत्र घर के बाहर खेल रहा था तभी गायब हो गया था। इसकी सूचना वहां की चौकी में दी थी। तब से खोज रहे है। वह बोले कि उसके पुत्र की किसी ने हत्या की है लेकिन उसकी किसे से रंजिश भी नहीं है। इस पर पुलिस ने वहां की पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।