scriptआज का शनिवार इन क्रूर कार्यों के लिए है अच्छा मुहूर्त, आप भी उठाए लाभ | Aaj ki kundli, aaj ka rashifal in hindi | Patrika News

आज का शनिवार इन क्रूर कार्यों के लिए है अच्छा मुहूर्त, आप भी उठाए लाभ

Published: Jul 01, 2017 09:36:00 am

अष्टमी जया संज्ञक तिथि सायं 6.52 तक, तदुपरान्त नवमी रिक्ता संज्ञक तिथि है

aaj ki kundli in hindi

aaj ki kundli in hindi

अष्टमी जया संज्ञक तिथि सायं 6.52 तक, तदुपरान्त नवमी रिक्ता संज्ञक तिथि है। अष्टमी तिथि में मनोरंजन के कार्य, रत्नपरीक्षण, अलंकार, वास्तुकर्म, चित्रकारी, विवाह, प्रतिष्ठा व शस्त्रधारण आदि कार्य करने चाहिए। नवमी तिथि में मद्य, आखेट, जुआ, बंधन, विग्रह आदि कार्य सिद्ध होते हैं। शुभ व मांगलिक कार्य शुभ नहीं कहे गए हैं।

नक्षत्र: हस्त ‘क्षिप्र व तिर्यंकमुख’ संज्ञक नक्षत्र रात्रि 9.50 तक, तदुपरान्त चित्रा ‘मृदु व तिर्यंकमुख’ संज्ञक नक्षत्र है। हस्त नक्षत्र में यात्रा, विद्या, विवाहादि मांगलिक कार्य, अलंकार, औषध, गृहारम्भ व प्रतिष्ठादिक शुभ कार्य करने चाहिए। इसी प्रकार चित्रा में शांति, पुष्टता व घर सम्बंधी कार्य शुभ रहते हैं।

योग: परिघ नामक नैसर्गिक अशुभ योग अन्तरात्रि अगले दिन सूर्योदय पूर्व प्रात: 5.13 तक, इसके बाद शिव नामक नैसर्गिक शुभ योग है। परिघ नामक योग की पूर्वाद्र्ध घटियां शुभ कार्यों में त्याज्य हैं।

विशिष्ट योग: यमघंट नामक अशुभ योग सूर्योदय से रात्रि 9.50 तक है। इसके बाद रवियोग नामक शुभ योग रहेगा। यमघंट नामक अशुभ योग में यात्रादि वर्ज्य है। करण: प्रात: 6.27 तक भद्रा है। इसके बाद बवादि करण रहेंगे। भद्रा में शुभ कार्य वर्जित रखें।

शुभ विक्रम संवत् : 2074
संवत्सर का नाम : साधारण
शाके संवत् : 1939
हिजरी संवत् : 1438
अयन : दक्षिणायन
ऋतु : वर्षा
मास : आषाढ़। पक्ष – शुक्ल।

शुभ मुहूर्त: आज विवाह के हस्त नक्षत्र में व चित्रा में (कात्यायनोक्त), वधू-प्रवेश, सगाई, टीका, रोका, वाहन क्रय करना, विपणि-व्यापारारम्भ व मशीनरी प्रारम्भ करने के हस्त व चित्रा नक्षत्र में शुभ मुहूर्त है।

श्रेष्ठ चौघडि़ए: आज प्रात: 7.23 से प्रात: 9.05 तक शुभ तथा दोपहर बाद 12.30 से सायं 5.38 तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत के श्रेष्ठ मुहूर्त हैं एवं दोपहर 12.03 से दोपहर 12.57 तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।

व्रतोत्सव:
आज दुर्गाष्टमी, जैन अहोई प्रारम्भ, खरसी पूजा (त्रिपुरा में) तथा परशुरामाष्टमी (उड़ीसा में) है। दिशाशूल: शनिवार को पूर्व दिशा की यात्रा में दिशाशूल है। चन्द्र स्थिति के अनुसार आज दक्षिण दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है। चन्द्रमा: चन्द्रमा सम्पूर्ण दिवारात्रि कन्या राशि में है। राहुकाल: प्रात: 9.00 से प्रात: 10.30 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासम्भव वर्जित रखना हितकर है।

आज जन्म लेने वाले बच्चे
आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (ण,ठ,पे,पो,र) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि कन्या है। जन्म का नक्षत्र पाया रजत है। जो शुभ माना गया है। सामान्यत: ये जातक धर्मात्मा, दानी, सत्यवादी, धनवान, गुणवान, भाग्यशाली व माननीय होते हैं। पर किसी-किसी जातक की कुसंगतिवश बुरी आदतें पड़ जाती हैं। अत: जीवन में अच्छी संगति में ही रहे, तो उच्चअधिकार प्राप्त होंगे। लोग इनका सम्मान करेंगे। इनका भाग्योदय लगभग 30 वर्ष की आयु के बाद ही होता है। कन्या राशि वाले जातकों का आज दिन लाभप्रद, प्रसन्नता देने वाला, पारिवारिक सुख-सुविधाओं से परिपूर्ण होगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो