आपको बता दें कि साठे टैक्स मामलों को डील करने के एक्सपर्ट माने जाते हैं और वे भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रह चुके हैं। साठे की नियुक्ति पिछले महीने की गई थी, लेकिन अब तक वे सेबी की बोर्ड मीटिंग में शामिल नहीं हुए हैं। इस नियुक्ति की पुष्टि हालांकि खुद साठे कर चुके हैं।
उन्होंने कहा, “मैंने इस नौकरी के लिए आवेदन नहीं किया था, मुझे वित्त मंत्रालय से किसी व्यक्ति ने इस बारे में जानकारी दी। यह केवल पार्ट टाइम असाइनमेंट है।” गौरतलब है कि सेबी कानून बोर्ड में दो पार्ट टाइम सदस्यों की नियुक्ति कर सकती है। सेबी में अभी एक पद खाली है।
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के भाई साठे से जब उनकी नियुक्ति पर उठ रहे सवालों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “अगर कोई सवाल उठाता है तो मैं क्या कर सकता हूं? अगर सरकान ने मुझे नियुक्त किया तो मैं क्या कर सकता हूं? मुझे पता नहीं कि उन्होंने मुझे क्यों नियुक्त किया।”