किसी बिलिंग काउंटर पर आप किसका इस्तेमाल करने को प्राथमिकता देंगे? अच्छे कैशबेक ऑफर्स, रिवॉर्ड पॉइंट्स आदि के लिहाज से क्या बेहतर है?
नवीन कुकरेजा, सीईओ, पैसा बाजार डॉट कॉम
कैशलेस इकोनॉमी के दौर में डेबिट और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बेहद जरूरी हो गया है। दोनों की अपनी-अपनी खूबियां और खामियां हैं। किसी बिलिंग काउंटर पर आप किसका इस्तेमाल करने को प्राथमिकता देंगे? अच्छे कैशबेक ऑफर्स, रिवॉर्ड पॉइंट्स आदि के लिहाज से क्या बेहतर है? इन सवालों का जवाब ढूंढने के लिए आपको अपने फाइनेंशियल बिहेवियर, इनकम सर्किल, वेल्थ हेल्थ को समझना होगा। आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि आपके उपयोग और वित्तीय आदतों के लिहाज से कौन-सा विकल्प बेहतर है।
इन मामलों में बेहतर है क्रेडिट कार्ड
पैसे की आसान उपलब्धता
इमरजेंसी की स्थिति में यदि आपको कोई सामान खरीदना हो और बैंक अकाउंट में भी पर्याप्त पैसे ना हो तो क्रेडिट कार्ड किसी वरदान से कम नहीं लगता। ऐसे में आपको तात्कालिक जरूरतें पूरी करने के लिए अपनी बैंक एफडी या अन्य निवेशों को मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने से पहले तोड़ने की नौबत नहीं आती। इस तरह क्रेडिट कार्ड को इमरजेंसी फंड के लिए एक बेहतरीन विकल्प माना जा सकता है।
ब्याज मुक्त उधार के लिए
क्रेडिट कार्ड से लिए गए पैसे पर एक निश्चित पीरियड के लिए ब्याज नहीं देना पड़ता है। यह पीरियड आपकी बिलिंग डेट से शुरू होकर क्रेडिट कार्ड बिल जमा करने तक चलता है। आमतौर पर यह 20 से 25 दिन का होता है। उदाहरण के लिए आपका बिलिंग साइकल हर महीने की 5 तारीख को शुरू होता है और क्रेडिट कार्ड का बिल देने की आखिरी तारीख 26 है। ऐसे में यदि आपने कोई सामान 8 तारीख को खरीदा है तो आपके पास उसके बाद वाले महीने की 26 तारीख तक बिना ब्याज के जमा करने की छूट है। ऐसे में आपको 49 दिन तक उस अमाउंट का लाभ ले सकते हैं। डेबिट कार्ड में यह सुविधा नहीं मिलती है।
आसान किश्तों की सुविधा
क्रेडिट कार्ड से कोई भी बड़ी खरीद को आसान मासिक किश्तों में अंजाम दे सकते हैं। ऐसे में यदि आपको कोई महंगी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस खरीदनी है, लेकिन आपके पास अतिरिक्त पैसे नहीं है तो आप क्रेडिट कार्ड के जरिये बड़े बिल को ईएमआई में बदल सकते हैं। हालांकि, इसके लिए आपको कुछ ब्याज बैंक को देना पड़ेगा।
क्रेडिट स्कोर बनाने में
क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल से क्रेडिट स्कोर बनाने में भी मदद मिलती है। क्रेडिट कार्ड से जितना ज्यादा ट्रांजैक्शन और समय से भुगतान किया जाएगा, लोन के लिए अच्छी डील में उतना ही मददगार होगा। इन ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड आपके क्रेडिट रिकॉर्ड में दर्ज होता है। डेबिट कार्ड का ट्रांजैक्शन आपके क्रेडिट स्कोर पर कोई असर नहीं डालता है।
इन मामलों में डेबिट कार्ड बेहतर
बजट मैनेजमेंट में
डेबिट कार्ड में आप उतना ही खर्च करते हैं, जितना आपके अकाउंट में होता है। ऐसे में गैरजरूरी सामान या महंगे सामान खरीदने से बचते हैं जो आपकी वेल्थ हेल्थ के लिए अच्छा है। कई बार आसान लोन और ईएमआई के चक्कर में आप अपनी क्षमताओं से भी ज्यादा महंगे सामान खरीद लेते हैं, जो ठीक नहीं है।
अनुशासनहीनता की स्थिति में
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल जितना अच्छा है, उतना ही खतरनाक भी हो सकता है। जिन लोगों को पेमेंट समय से करने की आदत नहीं है या खर्च को लेकर अनुशासित नहीं हैं उनके लिए इसका क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल खतरे से खाली नहीं है। क्रेडिट कार्ड में एक निश्चित अवधि के बाद लगने वाले ब्याज और पेनल्टी बेहद ज्यादा होते हैं। वहीं लेटलतीफी से आपका क्रेडिट स्कोर भी प्रभावित होता है। ऐसी स्थिति में डेबिट कार्ड बेहतर विकल्प है।