जेटली ने कहा, सिंचाई के जरिये कृषि में निवेश का एक सीजन से ही दिखने लगता है और इन परिणामों से सामाजिक संतुष्टि आती है, आर्थिक संपन्नता आती है…
नई दिल्ली. वित्त मंत्री अरूण जेटली ने सिंचाई कार्यों के वित्तपोषण के लिए नाबार्ड की सराहना करते हुए कहा कि पोलावरम जैसी परियोजनाओं से सामाजिक संतुष्टि बढ़ेगी। जेटली ने कहा, ‘पहली बार नाबार्ड सिंचाई परियोजनाओं का वित्तपोषण कर रहा है। सिंचाई के जरिये कृषि में निवेश का एक सीजन से ही दिखने लगता है और इन परिणामों से सामाजिक संतुष्टि आती है, आर्थिक संपन्नता आती है। देश के जल संसाधनों का अधिकाधिक इस्तेमाल किसानों के फायदे के लिए करना प्रमुख उद्देश्यों में से एक है।’
आंध्र प्रदेश को मिले 1981 करोड़ रुपए
जेटली ने विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं को लागू करने के लिए महाराष्ट्र, गुजरात और आंध प्रदेश को चैक सौंपे। आंध्रप्रदेश को बहुद्देश्यीय पोलावरम परियोजना के लिए 1981 करोड़ रुपए का चैक दिया गया। महाराष्ट्र और गुजरात को क्रमश: 756 करोड़ रुपए और 263 करोड़ रुपए का चैक प्रदान किया गया। इन राज्यों को यह राशि इस साल के बजट में घोषित दीर्घकालिक सिंचाई कोष के तहत दी गई है।
किसानों के लिए 77 हजार करोड़ जुटाएगा नाबार्ड
साल 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य के साथ सरकार ने नाबार्ड को चरणबद्ध तरीके से 77 हजार करोड़ रुपए जुटाने को कहा है। इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू, जल संसाधन मंत्री उमा भारती, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, जल संसाधन राज्य मंत्री संजीव कुमार बालियान और विजय गोयल भी मौजूद थे।