फिरोजाबाद। भारतीय सवर्ण संगठन के प्रदेश अध्यक्ष कौशल किशोर उपाध्याय का कहना है कि आरक्षण विरोधी आंदोलन शुरू कर दिया गया है। जो संविधान सवर्णों का सत्यानाश कर दे, अधिकारों से वंचित कर दे, उसका सम्मान हम ज्यादा दिन नहीं कर सकते। आरक्षण का खात्मा होना चाहिये। गरीब किसी भी जाति का हो, आर्थिक मदद मिलनी चाहिए। सवर्ण आयोग का शीघ्र गठन होना चाहिये।
आरक्षण का विरोध करने वालों को वोट
दिल्ली के जंतर-मंतर पर आरक्षण के खिलाफ धरना दिया गया। वहां से लौटकर श्री उपाध्याय ने बताया कि सभी प्रांतों से आये प्रमुखों ने संकल्प लिया कि जो पार्टियां और प्रत्याशी आरक्षण का विरोध करेंगे, सवर्ण वोट उसी को देगा। सवर्ण वोट उसी को देगा। अन्यथा सवर्ण दल के प्रत्याशी लड़ाए जाएंगे। देश के अन्य प्रांतों में कार्यक्रम होंगे। एक टीम ने 117वें संविधान संशोधन के विरोध में पुतला दहन किया। प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति कार्यालय जाकर ज्ञापन सौंपा।
सवर्ण एकजुटता का परिचय
उन्होंने बताया कि धरने में मण्डल अध्यक्ष योगेंद्र सिंह सिसौदिया, महामंत्री धर्मेंद्र पाण्डेय, प्रदेश उपाध्यक्ष हरी सिंह तोमर, जिलाध्यक्ष रवींद्र सिंह परिहार, जिला महामंत्री मनोज भटनागर, रामकृपा एवं मीडिया प्रभारी बसंत शर्मा के साथ आरक्षण विरोधी आन्दोलन में भारत के 15 प्रांतों के पदाधिकारी एवं समाजसेवी आए। सभी ने सवर्ण एकजुटता का परिचय दिया।
इनका रहा योगदान
संयोजक यूएस राणा एवं बरेली के त्रिभुवन शर्मा, अलीगढ़ से डॉ. सीपी गुप्ता, डॉ. आरसी गुप्ता, भारत वशिष्ठ, लक्ष्मीकांत शुक्ला पूर्व आईएएस, मृत्युन्जय शर्मा, मुनिराज शर्मा, विजय शर्मा, दीपक गौड़, मनोज कुशवाह, अरविन्द सिंह, केएन अग्निहोत्री, प्रमोद शर्मा आदि का विशेष योगदान रहा।