यूरो कप-2016 की शुरुआत जहां इंग्लैंड और रूस के फैंस के बीच झगड़े से हुई थी, वहीं इसका अंत भी फुटबॉल फैंस के उत्पात से ही हुआ
पेरिस। यूरो कप-2016 की शुरुआत जहां इंग्लैंड और रूस के फैंस के बीच झगड़े से हुई थी, वहीं इसका अंत भी फुटबॉल फैंस के उत्पात से ही हुआ। इस बार बारी फ्रांस के फैंस की थी, जो रोमांचक खिताबी मुकाबले में पुर्तगाल के हाथों अपनी टीम को मिली 1-0 की हार को हजम नहीं कर पाए। मैच खत्म होने के बाद मेजबान फ्रांस के समर्थकों ने राजधानी पेरिस में जमकर उत्पात मचाया।
पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले
तीसरी बार यूरो चैंपियन बनने का सपना टूटने के बाद फ्रांस टीम के प्रशंसकों ने पेरिस के एफिल टॉवर के पास तथा अन्य प्रमुख जगहों पर इतना हुड़दंग किया कि पेरिस पुलिस को आंसू गैस के गोले छोडक़र उन्हें भगाना पड़ा।
10 हजार फैंस ने की तोडफ़ोड़
मैच देखने के बाद वापस लौट रहे दस हजार के लगभग फैंस ने अपना गुस्सा सरकारी संपत्ति पर उतारा और जमकर तोडफ़ोड़ की, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए पानी की बौछारों का उपयोग कर भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की। इस टूर्नामेंट में खिताबी जीत के साथ ही फ्रांस के लोग एक शानदार जीत का जश्न मनाना चाहते थे। इन सभी फैंस का कहना था कि लेबर लॉ के खिलाफ हड़ताल और हिंसक प्रदर्शन तथा गत नवंबर पेरिस में कई जगहों पर इस्लामिक आतंकवादी हमले में मारे गए 130 लोगों के शोक से बाहर निकलना चाहते थे, लेकिन यह सपना पूरा नहीं हो सका।