फीफा घोटाला: अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे ब्लाटर, यूरोप खिलाफ
Published: May 29, 2015 10:45:00 am
ब्लाटर के खिलाफ एकमात्र उम्मीदवार जॉर्डन के प्रिंस अलि बिन अल-हुसेन मैदान में हैं
ज्यूरिख/न्यूयार्क। भ्रष्टाचार के मामले में नौ आला अधिकारियों समेत 14 लोगों की गिरफ्तारी के बावजूद सवालों में घिरे फीफा अध्यक्ष सेप ब्लाटर ने पीछे हटने से मना कर दिया है। वे पांचवीं बार अध्यक्ष बनने के लिए चुनाव लड़ेंगे। ब्लाटर के खिलाफ एकमात्र उम्मीदवार जॉर्डन के प्रिंस अलि बिन अल-हुसेन मैदान में हैं।
अमरीकी न्याय विभाग ने ठगी, रूपये के लेन-देन में धोखाधड़ी और मनी लांडरिंग के मामलों में कुल 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें फीफा के दो मौजूदा उपाध्यक्ष भी शामिल हैं। अमरीकी न्याय विभाग ने कहाकि संघीय न्यायालय ने अधिकारियों को 47 मामलों में आरोपी बनाया है तथा इस मामले में जारी जांच का यह आखिरी चरण नहीं है। एटॉर्नी जनरल लोरेटा लिंच ने कहा, उन्होंने अपने-अपने संगठनों में अपने पदों की विश्वसनीयता का दुरूपयोग करते हुए स्पोट्र्स कंपनियों से रिश्वत लेकर उन्हें बदले में अपने टूर्नामेंटों के वाणिज्यिक अधिकार दिए।
पत्रकारों द्वारा जोर दिए जाने के बावजूद लिंच ने फीफा अध्यक्ष सेप ब्लाटर के खिलाफ संभावित कार्रवाई के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की। गौरतलब है कि ब्लाटर पर कोई आरोप नहीं है और वह लगातार पांचवीं बार फीफा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में खड़े हैं। इस बीच यूरोपीय फुटबाल संघ (यूईएफए) ने फीफा के अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव को स्थगित करने की मांग की। हालांकि फीफा ने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही चुनाव कराने का निर्णय लिया है और यह भी कहा है कि फीफा विश्व कप-2018 और विश्व कप-2022 के आयोजन भी निर्धारित कार्यक्रम एवं आयोजन स्थलों के साथ ही होंगे।
इस बीच यूईएफए के अध्यक्ष माइकल प्लाटिनी ने गुरूवार को ब्लाटर से पद से इस्तीफा देने के लिए कहा है और यूईएफए से संबद्ध फीफा के 54 सदस्यों से ब्लाटर के खिलाफ मतदान करने की अपील की। प्लाटिनी ने कहा, अब बस, बहुत हो चुका। गुरूवार को हमने अपने 54 सदस्यों के साथ बैठक की। शुक्रवार को जब अध्यक्ष पद के लिए मतदान की बात आएगी तो यूरोपीय संबद्ध सदस्यों का अधिकांश मत प्रिंस अली के पक्ष में जाएगा। उधर फीफा विश्व कप-2018 के मेजबान देश रूस के राष्ट्रपति व्लदिमिर पुतिन ने फीफा अधिकारियों की गिरफ्तारी को अमेरिका का राजनीतिक एडेंडा करार दिया है।