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गरियाबंद

भालुआें के झुंड में फंसा किसान, लड़कर बचाई खुद की जान

गरियाबंद जिले के ग्राम मोगराडीह में एक ग्रामीण पर खूंखार भालूआें ने उस वक्त हमला बोल दिया जब वह जंगल में लड़की इकट्ठा कर रहा था

गरियाबंदDec 05, 2016 / 06:06 pm

चंदू निर्मलकर

Rural injured of bear attacks

Rural injured of bear attacks

गरियाबंद/मैनपुर. गरियाबंद जिले के ग्राम मोगराडीह में एक ग्रामीण पर खूंखार भालूआें ने उस वक्त हमला बोल दिया जब वह जंगल में लड़की इकट्ठा कर रहा था। झुंड ने एक के बाद एक किसान को नोंचने की कोशिश की। इस बीच किसान ने दिलेरी का परिचय देते हुए झुंड को खदेड़ कर अपनी जान बचा ली। इस खूनी खेल में किसान को शरीर में गंभीर चोटें आई हैं। 

उसे संजीवन वाहन से मैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसका प्रारंभिक उपचार कर उसे गरियाबंद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। वहीं घटना की जानकारी लगते ही तौरेंगा वन परिक्षेत्र के सहायक परिक्षेत्र अधिकारी अमर सिंह ठाकुर, वनरक्षक खामसिंह कश्यप, मन्नन सिंह ठाकुर ने अस्पताल पहुंचकर घायल ग्रामीण को तत्काल एक हजार रुपए की आर्थिक मदद उपलब्ध कराई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र के बफर जोन एरिया तौरेंगा वन परिक्षेत्र के ग्राम मोंगराडीह निवासी भागचंद नेताम (45) पिता मनीराम नेताम रविवार दोपहर 12 बजे जलाउ लड़की एकत्र करने चुरकी डोंगरी गया था। जहां तीन भालुओं ने उस पर हमला बोल दिया। युवक द्वारा मदद के लिए गुहार लगाने पर आसपास खेत पर काम कर रहे ग्रामीण मौके पर पहुंच कर जैसे-तैसे उसे भालुओं के चंगुल से छुड़ाया। इस हमले में भागचंद के सिर के आधे हिस्से, भुजा, पेट और सीना में गंभीर चोटे आईं हैं। 

उल्लेखनीय है कि मैनपुर तौरेंगा क्षेत्र के जंगलों में भालुओं की संख्या में वृद्धि हुई है। पिछले चार पांच माह में भालू के हमले से एक दर्जन लोग घायल हो चुके हैं। एक ग्रामीण को अमाड़ के जंगल में भालुओं ने मार डाला था। लगातार क्षेत्र के जंगलों में भालुओं के हमले से कई ग्रामीण अब तक भालुओं के शिकार बन चुके हैं।
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