उपखण्ड मुख्यालय पर करीब चार साल पहले खुले जिला स्तरीय सहायक निदेशक उद्यान विभाग कार्यालय को नागौर शिफ्ट कर दिया गया। कार्यालय को शिफ्ट किए जाने से किसान वर्ग में नाराजगी है।
उपखण्ड मुख्यालय पर करीब चार साल पहले खुले जिला स्तरीय सहायक निदेशक उद्यान विभाग कार्यालय को नागौर शिफ्ट कर दिया गया। कार्यालय को शिफ्ट किए जाने से किसान वर्ग में नाराजगी है।
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस सरकार के दौरान कस्बे में जिला स्तरीय सहायक निदेशक उद्यान विभाग का कार्यालय खोला गया था। शुरू में इसे पंचायत समिति के सामने स्थित सरकारी भवन में संचालित किया गया।
बाद में जलदाय विभाग के पीछे स्वयं का भवन बनाकर इसे वहां स्थानांतरित किया गया। जिसका तत्कालीन कृषि मंत्री हरजीराम बुरड़क ने 11 सितम्बर 2013 को लोकार्पण किया।
विभाग के उच्चाधिकारियों ने चार दिन पहले राज्यपाल के आदेशों का हवाला देते हुए उद्यान विभाग नागौर स्थानांतरित कर दिया है। इससे नाराज खंगार निवासी रामेश्वरलाल स्वामी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
लगाने पड़ेंगे चक्कर
जानकारी के मुताबिक सरकार ने किसानों व लोगों को उद्यान संबंधी जानकारी देने के लिए उद्यान विभाग कार्यालय खोला गया था।
कार्यालय के नागौर शिफ्ट होने से लाडनूं, मौलासर, डीडवाना, कुचामन, नावा व जायल के किसानों को योजनाओं की जानकारी व विभाग से जुड़े अन्य कामों के लिए नागौर के चक्कर लगाने पड़ेंगे।
उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार कार्यालय को नागौर शिफ्ट किया गया है। हमने केवल अधिकारियों के आदेशों की पालना की है।
संतोष तंवर,
सहायक निदेशक उद्यान विभाग नागौर