राबड़ी के बयान के बाद से विपक्षी दल भाजपा के अलावा जेडीयू ने भी राबड़ी के बयान की निंदा और आलोचना की।
गया। विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान मंगलवार को राबड़ी देवी ने आपत्तिजनक बयान दिया। राबड़ी ने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार को निशाना बनाते हुए अपशब्द सरीखा बयान दे डाला। राबड़ी से नीतीश और पीएम की करीबी को लेकर सवाल पूछा तो राबड़ी जवाब देते-देते अपना आपा खो बैठीं और विवादास्पद बयान दे डाला।
जानकारी के अनुसार, राबड़ी ने अपने बयान में नीतीश के साथ-साथ पीएम को निशाना बनाते हुए दोनों को रिश्तेदार बन जाने तक की बात कह डाली। राबड़ी के इस आपत्तिजनक बयान के बाद राजनीति तेज हो गई। हालांकि तुरंत ही बयान का खंडन भी आ गया।
पूर्व सीएम राबड़ी देवी विवादास्पद बयान के तुरंत बाद इससे पलट गईं। उन्होंने कहा कि मैंने पीएम को नहीं बल्कि सुशील मोदी को कहा कि नीतीश जी को गोदी में उठाकर ले जाए। राबड़ी के बयान के बाद से विपक्षी दल भाजपा के अलावा जेडीयू ने भी राबड़ी के बयान की निंदा और आलोचना की।
बता दें कि जैसे ही राबड़ी देवी ने बयान दिया जदयू का तुरंत ही पलटवार आया, जदयू नेता श्याम रजक ने नसीहत देते हुए कहा कि नेताओं को संयम और अनुशासन बरतना चाहिए। लोकतंत्र में ऐसे बयान नहीं चलते है। हालांकि ये कोई पहला मौका नहीं है जब राबड़ी ने कोई विवादास्पद बयान दिया है।