बुलंदशहर। महिला अपराध में छेड़छाड़ और रेप जैसी वारदातों पर कई बार फजीहत झेलने वाली प्रदेश सरकार यूपी पुलिस के रवैये को सुधारने में नाकाम साबित हो रही है। बुलंदशहर में रेप अटेम्प्ट और जानलेवा हमले का शिकार एक नाबालिग छात्रा की शिकायत दो दिन तक थाने में नहीं सुनी गई। पीड़ित छात्रा को थाने से फटकार कर भगा दिया गया। आक्रोशित परिजनों ने सोमवार को एसएसपी आॅफिस पर धरना दिया है।
बुलंदशहर के लौंगा गांव में दो दिन पहले 13 साल की एक छात्रा के साथ ज्यादती की गई। ज्यादती करने वाले गांव के ही दो दबंग थे। रेप की कोशिश में नाकाम रहने पर आरोपियों ने छात्रा पर चाकू से प्रहार किए और उसका सिर भी फोड़ दिया। लेकिन पुलिस ने पीड़ित की शिकायत नहीं सुनी। जिससे आक्रोशित होकर पीड़ित और परिजन सोमवार को एसएसपी आॅफिस पर अपनी शिकायत लेकर पहुंचे।
पीड़ित छात्रा ने एसपी सिटी को बताया कि आरोपी युवक गांव का ही रहने वाला है। पीड़ित छात्रा जब शौच के लिए गई थी तो आरोपी युवक ने उसक गंदी नियत से ज्वार के खेतों में खींच लिया। छात्रा के शोर मचाने पर दोनों आरोपी छात्रा पर चाकू से हमलाकर के फरार हो गए। पीड़ित छात्रा ने एसपी सिटी को बताया कि उसका परिवार दो दिन तक स्याना थाने के चक्कर लगाता रहा। लेकिन थानेदार ने उनकी शिकायत दर्ज नहीं की।
थानेदार ने आरोपियों के खिलाफ कोई निषेधात्मक कार्रवाई तक नहीं की। पीड़िता का आरोप है कि स्याना थानेदार आरोपियों के प्रभाव में है। इसलिए कार्रवाई नहीं हो रही है। एसपी सिटी और एक महिला पुलिस अधिकारी ने पीड़िता से बात की और कार्रवाई का वायदा किया है। आखिर क्यों दो दिन तक पीड़ित नाबालिग की बात पुलिस ने नहीं सुनी। क्या पुलिस के अधिकारी इस बात की भी तस्दीक कराएंगे।
एसपी सिटी मानसिंह चौहान ने बताया कि पीड़ित पक्ष की बात सुनी है और तहरीर के आधार पर केस दर्ज करने के लिए संबंधित थाने की पुलिस को कहा गया है। एसपी सिटी ने कहा कि पूर्व प्रधान और वर्तमान प्रधान की चुनावी रंजिश का मामला भी सामने आया है। इस मामले की जांच सीओ को सौंपी गयी है जांच के बाद कर्रवाई की जाएगी।