मतृक व्यक्ति एक दिन पहले खुद अपने खाते से पैसे लेने आए थे लेकिन तब भी बैंक में कैश नहीं था
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गाजियाबाद। गाजियाबाद में नोटबंदी के बाद आपसी सहयोग की जबरदस्त मिसाल देखने को मिली है। यहां बैंक की ब्रांच में कैश न होने के कारण बैंक मैनेजर और ग्राहकों ने मिलकर एक परिवार की मदद की। दरअसल 65 साल के मुन्ना लाल शर्मा गंभीर रूप से बीमार थे और वो सोमवार को अपने परिवार के साथ बैंक आए लेकिन बैंक में कैश नहीं मिल पाया। मंगलवार सुबह उनकी मौत हो गयी। बैंक में मंगलवार को भी कैश नहीं था। ऐसे में बैंक मैनेजर ने खुद आगे आकर अन्य ग्राहकों से कुछ कैश जमा करके मृतक की पोती को 17 हजार रुपए दिए।
लोगों से जमा कराए पैसे
गाजियाबाद के नवयुग मार्केट में बैंक ऑफ इंडिया की मैनेजर के चेंबर में आपसी सहयोग की जबरदस्त मिसाल देखने को मिली। दरअसल 65 साल के मुन्ना लाल शर्मा का इस बैंक में अकाउंट है। मुन्ना लाला गंभीर रूप से बीमार थे और वो सोमवार को भी अपने परिवार के साथ पैसे निकालने बैंक आये थे। ब्रांच में कैश न होने के कारण उने पैसा नहीं मिल पाया था। मंगलवार सुबह मुन्ना लाल की मौत हो गयी। हालांकि इस ब्रांच में मंगलवार को भी कैश नहीं था। मुन्ना लाल की मौत की खबर के बाद बैंक मैनेजर ने खुद और बैंक के ऐसे ग्राहकों, जिनके पास पैसे थे, के सहयोग से मृतक की पोती नेहा को 17 हजार रुपए दिए। ब्रांच को नहीं मिल रहा कैश
बैंक आॅफ इंडिया के ब्रांच मैनेजर अनिल कुमार जैन का कहना है कि हमने कुछ ग्राहकों से कुछ कैश एरजेंज करके पीड़ित परिवार की मदद की। हमारी ब्रांच को शुक्रवार से कैश नहीं मिला है जिस कारण समस्या बनी हुई है। अगर लगातार कैश आए तो लोगों को समस्या नहीं होगी।