सोमवार को राजधानी के आराध्य भगवान गणेश की विशेष पूजा अर्चना की जा रही है। पुष्यनक्षत्र के
चलते मोती डूंगरी गणेश जी महारज मन्दिर सहित शहरभर के गणेश मंदिरों में
पुष्य पंचामृत का विशेष अभिषेक सहित कई धार्मिक आयोजन किए जा रहे है ।
सोमवार को राजधानी के आराध्य भगवान गणेश की विशेष पूजा अर्चना की जा रही है। पुष्यनक्षत्र के
चलते मोती डूंगरी गणेश जी महारज मन्दिर सहित शहरभर के गणेश मंदिरों में
पुष्य पंचामृत का विशेष अभिषेक सहित कई धार्मिक आयोजन किए जा रहे है । सुबह से
ही गणेश मंदिरों में पूजा-अर्चना का सिलसिला शुरू हुआ जो देर रात तक
चलेगा।
इस अवसर पर शहर के गढ़ गणेश मंदिर, मोतीडूंगरी गणेश
मंदिर सहित शहरभर के गणेश मंदिरों में भगवान गणेश की मनुहार हुई और कई
धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हुए। अथर्व शीर्ष के पाठों से प्रथम पूज्य से
सुख- समृद्धि की कामना कर मोदक अर्पण किए । श्रद्धालु गणपति स्त्रोत,
गणपति अष्टोत्तरशत नामावली पाठों से भगवान गणेश की विशेष पूजा कर रहे है।
मोतीडूंगरी
गणेश मंदिर में भगवान गणेश का विशेष स्नान हुआ । महंत कैलाश शर्मा ने
बताया कि सुबह 8 बजे 251 किलो दूध,21 किलो दही, सवा पांच किलो बूरा, शहद,
केवड़ा जल, गुलाबजल, केवड़ा इत्र और गुलाब इत्र से भगवान गणेश का अभिषेक
किया गया ।
सबसे पहले गंगाजल, केवड़ा जल, गुलाबजल से अभिषेक के बाद पंचामृत
अभिषेक हुआ । फिर गंगाजल से शुद्ध स्नान करवाया गया । सुबह 11 बजे भगवान
गणपति को 1001 मोदक अर्पित किए गए । वहीं शाम को भगवान गणेश को फूलों के
बंगले में विराजमान किया जाएगा और नूतन पोशाक धारण करवाई जाएगी।