गाजियाबाद। जैसे-जैसे शिव रात्रि नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे शिव भक्त हरिद्वार से अपनी कावंड़ लेकर चल पड़े हैं। अब इस कांवड़ यात्रा के दौरान प्रशासन द्वारा सुरक्षा के भी कड़े प्रबंध किए गए हैं।
अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के बाद से प्रशासन सुरक्षा में कोई चूक नहीं छोड़ना चाहता है। यात्रियों पर हुए हमले से सबक लेते हुए और खुफिया इनपुट के बाद कांवड़ मार्ग पर बदमाशों को पकड़ने व सड़क हादसे रोकने के लिए प्रशासन द्वारा 12 कलस्टर टीमें बनाई गई हैं।
कांवड़ियों की संख्या बढ़ने के साथ ही पुलिस की पूरी टीम भी कांवड़ मार्ग पर तैनात होगी। प्रशासन द्वारा इस बार मोदीनगर से यूपी गेट तक ड्रोन कैमरे के अलावा हेलीकॉटर से भी निगरानी रखी जाएगी। जबकि कलस्टर टीमों में एक सब इंस्पेक्टर सहित पांच पुलिसकर्मी तैनात होंगे। इन टीमों की ड्यूटी मोदीनगर से यूपी गेट के बीच चिन्हित प्वाइंट पर लगाई जाएगी। 16 जुलाई से कांवड़ियों की संख्या बढ़ेगी और
शिवरात्रि के दिन 21 जुलाई को भारी भीड़ होगी।
एसपी सिटी आकाश तोमर ने बताया कि इस बार कांवड़ मार्ग पर ड्रोन कैमरे के अलावा हेलीकॉप्टर से भी निगरानी होगी। उन्होंने बताया कि हर बार की तरह इस बार भी कांवड़ यात्रा के दौरान सिविल डिफेंस के वालेंटियर्स तैनात रहेंगे और इस बार पहले की अपेक्षा 700 वॉलंटियर तैनात होंगे। सिविल डिफेंस के भी चार कैंप होंगे। इन सभी कैंपों में 25-25 वॉलंटियर की तैनाती होगी।
ये कैंप राजनगर एसटेंशन चौराहा, मेरठ तिराहा, मोहननगर व दूधेश्वरनाथ मंदिर के लगेंगे। सिविल डिफेंस के वॉलंटियर की तैनाती साढ़े चार घंटे की शिफ्ट में होगी। जो कि पुलिस के साथ मिलकर पूरी तरह व्यवस्था बनाएंगे। एसपी सिटी ने कहा कि हमारा प्रयास यह भी रहेगा कि कावड़ियों के साथ-साथ आम लोगों को भी कोई परेशानी ना हो। उन्होंने कहा कि हालांकि कुछ लोगों को कावंड़ मेले के दौरान डायवर्जन के कारण कुछ परेशानियों का सामना जरूर करना पड़ सकता है लेकिन यह योजना कावंड़ियों की ज्यादा संख्या होने के कारण बनाई जानी जरूरी हैं।