पटना साहिब से बीजेपी के सांसद और बॉलीवुड एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा का दर्द छलक पड़ा। उन्होंने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व और सरकार के खिलाफ जमकर निशाना साधा। सिन्हा ने वित्त मंत्री जेटली को निशाना पर लेते हुए कहा कि हार बावजूद उन्हें वित्त मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और सूचना प्रसारण मंत्रालय जैसे तीन-तीन अहम मंत्रालय सौंपे गए, लेकिन मुझे जीतने के बाद भी जगह नहीं मिली। गौरतलब है कि सिन्हा काफी समय से प्रधानमंत्री और पार्टी की ओर से की जा रही उपेक्षा से नाराज है।
टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी के वरिष्ठ नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने पार्टी पर नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे सुशील मोदी और मंगल पांडे की श्रेणी में भी नहीं रखा गया। अफसोस तो इस बात का है कि जब केंद्रीय नेतृत्व को इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने भी कोई सरंक्षण नहीं दिया।
मुझे नहीं बनाया गया केंद्र में मंत्री
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि वह अटल सरकार में जहाजरानी और स्वास्थ मंत्री रहे हैं। उनका कार्यकाल अच्छा रहा, लेकिन क्या कारण है कि केंद्र की सरकार में मुझे मंत्री नहीं बनाया गया? जो लोग कभी मंत्री नहीं थे, उन्हें बड़े-बड़े मंत्रालय दिए गए। मैंने क्या गलती की थी कि मुझे मंत्री पद नहीं मिला? जबकि लोगों को रेवड़ियों की तरह कुर्सियां बांटी गईं।’ उन्होंने कहा कि मुझे इस बात का कोई अफसोस नहीं हैं, मुझे मंत्री नहीं बनाया गया, ये प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है।
जेटली पर निशाना
वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि जेटली को अमृतसर से चुनाव मैदान में उतारने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू को सीट छोड़ने पर मजबूर किया गया। इसके बाद भी उन्हें चुनाव में बुरी तरह हार मिली। बावजूद इसके उन्हें तीन अहम मंत्रालय सौंपे गए।
पहले भी कई बार कर चुके हैं आलोचनाएं
हाल ही सिन्हा ने मंहगाई के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा था। शॉटगन के नाम से मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्विटर पर कहा था कि दाल की कीमत 200 रुपए छू गई है। सरकार को इसे कम करने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए। उन्होंने लिखा कि हमने पहले भी प्याज की वजह से आंसू देखे हैं, उसे भूलना नहीं चाहिए।