दूल्हा नवाबगंज में बैंक की लाइन में लगकर पैसे निकालने के लिए लगा था तो दुल्हन एसबीआई में ।
गोण्डा. नोटबंदी के संकट से उबरने के लिए अभिवावक ही नहीं दूल्हा-दुुल्हन भी लाइन लगाने लगे हैं। शुक्रवार को शादी होनी है और गुरुवार को दूल्हा-दुल्हन पैसे के लिए बैंक में लाइन में खड़े थे।
नोटबंदी के बाद बैंकों में पैसे की कमी के चलते लोगों को परेशानी हो रही हे। वहीं जिस घर में शादी है वहां और भी समस्या हो रही है। दुल्हन गुरुवार को कड़ाके की ठंड होने के बावजूद भी बैंक के बाहर कतार में लगी हुई थी। वहीं दूल्हा नवाबगंज में बैंक की लाइन में लगकर पैसे निकालने के लिए लगा था तो दुल्हन यहां एसबीआई शाखा मसकनवां में लाइन में लगी रही। पिता परेशान थे कि शुक्रवार को बिटिया के हाथ पीले करने हैं और पैसे से हाथ खाली है। परिवार अभी तक हल्दी और मेहंदी की रस्म तक नहीं कर सका है।
संत कुमारी पुत्री वासुदेव सैजलपुर निवासी कड़ाके की ठंड होने के बावजूद सुबह आठ बजे से ही बैंक की लाइन में लगी रही। संत कुमारी के पिता वासुदेव व भाई रमेश भी लाइन में लगे रहे। संत कुमारी ने बताया कि उसकी शादी के लिए 50 हजार रुपयों की जरूरत है। किसी तरह से मिल जाते तो परेशानी दूर होती। पिता ने कहा कि शादी 9 दिसम्बर को है । नवाबगंज से बारात आनी है। पैसे के लिए होने वाला दामाद भी बैंक की लाइन में लगा है। पैसे की मजबूरी उसके भाई व पिता के चेहरे पर साफ झलक रही थी। बैंक में पैसे न होने के कारण केवल एक हजार रुपए ही ग्राहकों को दिया जा रहा था।
क्या कहते हैं अधिकारी
शाखा प्रबंधक दया शंकर शुक्ल ने बताया कि बैंक में पैसे न होने के कारण एक-एक हजार रुपए दिए जा रहे हैं। लेकिन संत कुमारी की किसी तरह से मदद की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि किसी को विशेष आवश्यकता है तो जिसे पैसे देना है उसके खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिये जाते हैं।