गोंडा। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के गांव को जाने वाली मुख्य सड़क खजुरी बभनजोतिया मार्ग जर्जर होकर गड्ढों में तब्दील हो चुकी है।जिससे तंग आकर ग्रामवासियों ने सड़क पर खड़े होकर अनोखे ढंग से विरोध प्रदर्शन किया तथा जल्द ही खराब सड़क को बनाये जाने की मांग की। एक दर्जन से अधिक स्वतंत्रता सेनानी हैं इस गांव में भारत को आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले सेनानियों का गांव ही विकास के लिए तरस रहा हैं। आन्दोलन में एक दर्जन से अधिक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी देने वाले गांव खजुरी में जाने के लिए अब मार्ग नहीं है। सेनानियों के परिजनों को गढ्ढों व कीचड़ में से गुजरना पड़ता है। युवा समाज सेवी अरविन्द सिंह ने बताया कि इस सड़क के निर्माण की मांग उच्च अधिकारियों व क्षेत्रीय नेताओं से की गयी लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला। नाराज ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही सड़क का निर्माण नहीं शुरू कराया गया तो ग्राम वासियों द्वारा अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया जायेगा।इस मौके पर राज प्रताप सिंह, अरविन्द कुमार सिंह, रूद्र बहादुर सिंह, नंद किशोर सिंह, अंग्रेज बहादुर सिंह, संदीप सिंह, मनोज सिंह, विनय कुमार सिंह, शैलेश सिंह, विक्की सिंह, शम्भू सिंह, जशवंत, बृजेश सिंह, धर्मेन्द्र सिंह सहित अनेक लोग उपस्थित रहे। प्रभावित है दर्जनों गांव मसकनवा बभनान मार्ग पर बभनजोतिया से तीन किलोमीटर की दूरी पर बसे इस गांव के नागरिकों को गढ्ढों में होकर जाना पड़ता है।जबकि स्वतंत्रता आन्दोलन में खजुरी गांव के दर्जनों रणबांकुरों ने देश की आजादी के लिए लडाई लडी। उस गांव की यह हालत देख कर सरकार की आँखे भी नीचे झुक जायेगी।खजुरी के अलावा आसपास के मवई, गोनहा, गोनही, शेखापुर, अलौदिया, मलिकपुर, उल्लाहा, भदुआ गांव सहित दर्जनों गांवों के 15 हजार की आबादी इस सड़क की बदहाली से प्रभावित है। लोगों का कहना है कि स्कूल जाने वालों के छात्र छात्राओं के कपड़े कीचड़ व जलभराव की वजह से अक्सर खराब हो जाते हैं।