अरब देशों ने कुछ शर्तों के साथ बातचीत करने पर सहमति जतायी है। इसके अलावा 13 सवालों के जवाब देने मांगे हैं।
Qatar
दुबई: खाड़ी देशों में राजनयिक संकट झेल रहे कतर से चार अरब देशों ने कुछ शर्तों के साथ बातचीत करने पर सहमति जतायी है। बहरीन के विदेश मंत्री खालिद बिन अहमद अल खली ने कहा कि कतर अगर आतंकवादियों को दी जाने वाली धनराशि पर पूरी तरह रोक लगाने, दूसरे देशों के विदेशी मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने के अलावा 13 मांगों का समुचित जवाब देने को तैयार होगा तो चारों अरब देश उनके साथ बातचीत के लिए सहमत हैं।
विदेश मंत्री ने दिया सहयोग का न्यौता
विदेश मंत्री ने सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात तथा मिस्र के अपने समकक्षों के साथ बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में शर्तों के साथ कतर से बातचीत के लिए समहत होने की जानकारी दी है।
मंत्री ने कहा था- विदेश नीति किसी को नहीं सौंप सकते
इससे पहले कतर ने इस संकट से निकलने के लिए किसी अन्य देश से सहायता मांगने से इनकार कर दिया था। दोहा कतर के शेख सैफ बिन अहमद अल थानी ने इस संकट की घड़ी में दोहा के विरोधी सऊदी अरब, बहरीन, मिस्त्र और संयुक्त राज्य अरब पर मुल्क के आतंरिक मामलों में बेवजह हस्ताक्षेप का आरोप लगाया है। थानी ने कहा कि इस संकट के पीछे चाहे जो वजह बताई जा रही है, लेकिन कतर की संप्रभुता और स्वतंत्रता ही इस राजनयिक संकट की वजह है। हम अपने मुल्क कतर की विदेश नीति किसी और सऊदी अरब के अगुवाई वाले देश के हवाले नही करेंगे।
सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र ने 5 जून को घोषणा की कि वे अपने खाड़ी के पड़ोसी के साथ संबंध तोड़ रहे हैं। उन्होंने दोहा पर आतंकवाद का समर्थन करने और क्षेत्रीय प्रतिद्वंदी ईरान के करीब होने का आरोप लगाया है, जिस आरोप से कतर ने इनकार कर दिया। उन्होंने 22 जून को 13 मांगों की सूची जारी कर 10 दिन में दोहा से उन्हें पूरी करने को कहा था।