रियाद: सऊदी अरब और उसके सहयोगियों ने कहा है कि उन्होंने कतर में वास्तविक नाकाबंदी की मांगों को स्वीकार करने के लिए 48 घंटे की समय सीमा बढ़ाने का निर्णय लिया है। रविवार मध्यरात्रि की समाप्ति के साथ, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र ने दोहा को अपनी मांगों पर सकारात्मक जवाब देने को कहा है। आधिकारिक सऊदी समाचार एजेंसी द्वारा जारी एक संयुक्त बयान के मुताबिक कुवैती अमीर जो खाड़ी संकट में मध्यस्थ के रूप में काम कर रहे है के अनुरोध के बाद यह कदम उठाया गया। सऊदी अरब का कतर पर आतंकवाद के समर्थन का आरोप सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र ने 5 जून को घोषणा की कि वे अपने खाड़ी के पड़ोसी के साथ संबंध तोड़ रहे हैं। उन्होंने दोहा पर आतंकवाद का समर्थन करने और क्षेत्रीय प्रतिद्वंदी ईरान के करीब होने का आरोप लगाया है, जिस आरोप से कतर ने इनकार कर दिया। उन्होंने 22 जून को 13 मांगों की सूची जारी कर 10 दिन में दोहा से उन्हें पूरी करने को कहा। ये हैं रियाद की प्रमुख मांगें 1- मुस्लिम ब्रदरहुड के लिए दोहा का समर्थन 2- अल-जज़ीरा टेलीविजन बंद करना 3- ईरान के साथ कूटनीतिक संबंधों से दूरी बनाना 4- अमीरात में तुर्की सैन्य अड्डे को बंद करना मांगों को खारिज करता रहा है कतर चार देशों ने अपने बयान में यह संकेत दिया था कि वे कुवैत को अपना उत्तर देने से पहले कतर की प्रतिक्रिया का अध्ययन और मूल्यांकन करेंगे। दोहा अब तक मांगों को खारिज करता रहा है। कतर के विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल-थानी ने शनिवार को रोम में कहा कि मांगों की सूची को अस्वीकार कर दिया गया है। कतर राज्य इसे एक सिद्धांत के रूप में खारिज कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम आगे की बातचीत के लिए उचित स्थिति प्रदान करने में लगे हुए हैं।