कैमरन ने बीबीसी रेडियो से कहा कि इराक और सीरिया के कुछ लोग ब्रिटेन और अन्य देशों
पर आतंकवादी हमले को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। जबतक आतंकवादी इन दोनों
देशों में रहेंगे हैं, पश्चिमी देशों के लिए खतरा बना रहेगा। उन्होंने कहा कि आईएस
द्वारा युवाओं को बहला फुसलाकर एक महान धर्म को गलत तरीके से पेश किया जाता है और
हिंसा के लिए इन युवाओं का इस्तेमाल किया जाता है।
कैमरन ने उत्तरी अफ्रीकी देश ट्यूनीशिया में गत शुक्रवार को आतंक वादी हमले में 30 ब्रिटिश नागरिकों के मारे
जाने के बाद यह प्रतिक्रिया व्यक्त की। यहां के राजनीतिज्ञों ने इसे वर्ष 2005 में
हुए हमले के बाद इसे सबसे घातक हमला करार दिया है। उन्होंने चरमपंथियों के खिलाफ
कड़ाई से निपटने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।