‘द टाइम्स’ के अनुसार एक लड़का अरबी में कह रहा है, “कोई अमरीका, फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी और नरक के शैतानों की मदद से भी कुर्दों को नहीं बचा सकता।” इसके बाद बाकी सब लड़कों ने ‘अल्लाहू अकबर’ कहकर आसमान में गोलियां चलाई और फिर सभी कुर्द बंदियों को मार डाला। उनके शवों पर बाद में सिर पर गोली के निशान दिखे।
ये बच्चे उन पांच आतंकवादियों की नकल करते हुए दिख रहे थे, जिन्होंने नारंगी रंग का जम्पसूट पहनकर सिर कलम किया था। सीरिया और इराक में कई ब्रिटिश नागरिकों के आईएस में शामिल होने की आशंका है। लड़ाकों की संख्या में कमी आने के बाद अब आईएस बच्चों का सहारा ले रहा हैं। वह इन बच्चों के दिमाग में चरमपंथ भर रहा है और मानव बम के रूप में उनका इस्तेमाल कर रहा है। वह बच्चों को जिहादी अभियानों का वीडियो दिखाकर उनका माइंडवॉश कर रहा है।